कोलकाता, 21 जुलाई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विश्वास जताया कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस) भाजपा को हराने में सफल रहेगा। उन्होंने ‘जीतेगा भारत’ के नारे को दोहराया।
बनर्जी ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनका सारा ध्यान ‘‘किसी पद की चाहत करने की जगह गठबंधन (इंडिया) की जीत पर है।’’
मणिपुर संकट को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ हमला जारी रखते हुए तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘बेटी बचाओ’ योजना अब ‘बेटी जलाओ’ में बदल गई है।
बनर्जी ने जानना चाहा कि मणिपुर में जातीय हिंसा में 160 से ज्यादा लोगों की मौत होने के बावजूद केन्द्र सरकार ने वहां केन्द्रीय टीम क्यों नहीं भेजी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘26 राजनीतिक दलों ने जो गठबंधन (इंडिया) बनाया है, मैं उससे खुश हूं। अब से हमारा नारा होगा ‘जीतेगा भारत’। भविष्य में हमारे सभी कार्यक्रम ‘इंडिया’ के बैनर तले होंगे।’’
विपक्षी गठबंधन के सबसे मुखर नेताओं में शामिल ममता बनर्जी ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा, ‘‘हमें किसी पद की परवाह नहीं है; हम सिर्फ हमारे देश में शांति और भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहते हैं। भाजपा सरकार ने शालीनता की सभी हदें पार कर दी हैं और अब समय आ गया है कि लोग उसे सत्ता से हटा दें।’’
यह दावा करते हुए कि ‘‘घरे घरे एकी दाक, मोदी जाक, मोदी जाक’’ (हर घर में यही नारा, मोदी को हराना है) का नारा पूरे देश में गूंज रहा है, बनर्जी ने कहा, ‘‘हमें याद रखना चाहिए कि अगर 2024 में भाजपा सरकार की सत्ता में वापसी होती है तो हमारे देश में लोकतंत्र नहीं बचेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उन्हें सत्ता से बाहर फेंकना होगा। इसलिए मैं आज आह्वान कर रही हूं... भाजपा हारेगी, भारत जीतेगा और ‘जीतेगा भारत’। मैं भाजपा को हराने के लिए गठबंधन ‘इंडिया’ बनाने पर 26 राजनीतिक दलों को बधाई देती हूं।’’
पार्टी की वार्षिक शहीद दिवस रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने मणिपुर के साथ एकजुटता प्रदर्शित की और कहा कि विपक्षी गठबंधन का प्रत्येक नेता मणिपुर के साथ है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘सबसे पहले मैं बंगाल और ‘इंडिया’ की ओर से मणिपुर के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करना चाहती हूं। मणिपुर में हमने जो अराजकता देखी है, उसकी कड़े शब्दों में आलोचना होनी चाहिए। केन्द्र सरकार का ‘बेटी बचाओ’ अभियान अब ‘बेटी जलाओ’ में बदल गया है।’’
उन्होंने कहा कि महिलाओं की स्थिति देश में उनके प्रति भाजपा की नीतियों को दर्शाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर में हमारी बेटियां मर रही हैं और केन्द्र की भाजपा सरकार के शासन में यह एकमात्र घटना नहीं है। यहां तक कि बिल्कीस बानो मामले में इस सरकार ने बलात्कारियों को छोड़ दिया। ऐसे ही, हमारी महिला पहलवानों के प्रदर्शन के बावजूद मुख्य आरोपी भाजपा सांसद को जमानत मिल गई है।’’
बनर्जी ने कहा कि गैर-राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) दलों द्वारा शासित राज्य के मुख्यमंत्री मणिपुर का दौरा करेंगे और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दल इस दौरे की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि मणिपुर की घटना से देश की महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंची है और आगामी चुनाव में बेटियां तथा माताएं भाजपा को इसका जवाब देंगी।
भाजपा नीत केन्द्र सरकार को ‘‘आतंक का सौदागर’’ बताते हुए बनर्जी ने आश्चर्य जताया कि बंगाल में पलक झपकते ही केन्द्रीय टीम भेजने वाले मणिपुर हिंसा में 160 लोगों की मौत के बावजूद वहां केन्द्रीय टीम क्यों नहीं भेज रहे हैं।
बनर्जी ने कहा, ‘‘बंगाल में ‘आतंक के सौदागर’ केन्द्रीय टीम भेज रहे हैं, लेकिन केन्द्र की टीम मणिपुर क्यों नहीं भेजी जा रही हैं? बंगाल में भाजपा नेता खुलकर दावा कर रहे हैं कि वे बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करेंगे; मणिपुर में ऐसा क्यों नहीं हो रहा है?’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हुए बनर्जी ने कहा कि वह मणिपुर में हुई हिंसा की अन्य राज्यों की घटनाओं से गलत तुलना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा कब तक महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों और अनुसूचित जनजातियों का उत्पीड़न होने देगी? देश को तोड़ने के स्थान पर भाजपा सरकार ने क्या कभी भी बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के बारे में सोचा है? आज एक किलोग्राम टमाटर 120 रुपये का मिल रहा है।’’
बनर्जी ने कहा कि भाजपा का ‘खेल’ विभाजनकारी ताकतों को बढ़ावा देकर राज्यों को बांटने का है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा बंगाल में हिंसा को बढ़ावा देना और राज्य को बांटना चाहती है। वे पर्वतीय क्षेत्रों को बंगाल से अलग करना चाहते हैं। वे राजबंशियों और कामतापुरियों में अलगाव पैदा करना चाहते हैं। वे कुर्मियों और आदिवासियों के बीच हिंसा भड़काना चाहते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद दिवस की रैली की सफलता के बाद पार्टी के नेताओं को संभवत: फिर से केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा परेशान किया जाए, लेकिन वे पार्टी को भाजपा के खिलाफ लड़ने से नहीं रोक पाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मनरेगा योजना में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य होने के बावजूद, केन्द्र सिर्फ जलन और बदले की राजनीति के कारण धन जारी नहीं करता है। हम अपनी लड़ाई दिल्ली लेकर जाएंगे और दो अक्टूबर, गांधी जयंती के दिन हम अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए दिल्ली में धरना देंगे।’’
उधर, अगले लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के भाजपा को हराने संबंधी बनर्जी के दावे पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि देश कभी भी तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस जैसे भ्रष्ट तथा वंशवादी दलों को वोट नहीं देगा।
उन्होंने कहा, ‘‘दिन में सपने देखने में कुछ गलत नहीं है। इस देश की जनता सुशासन और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भाजपा पर भरोसा करती है तथा 2024 में फिर से हमें वोट देगी। हमने 2014 और 2019 में भी ऐसे प्रयास देखे हैं और उसके परिणाम भी देखे हैं।’’
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