नयी दिल्ली, 12 अगस्त न्यूजीलैंड के साथ फलों के कारोबार को बढ़ावा देने के प्रयास के तहत भारत ने न्यूजीलैंड को अंगूर निर्यात के लिए अपनी नई ऑडिट की गई वाष्प ताप उपचार सुविधाओं और शीघ्र बाजार पहुंच के लिए त्वरित मंजूरी मांगी है।
ये अनुरोध सोमवार को यहां केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और न्यूजीलैंड के कृषि, वानिकी, व्यापार और विदेश मामलों के सहयोगी मंत्री टॉड मैक्ले के बीच उच्च स्तरीय वार्ता के दौरान किए गए।
कृषि मंत्रालय ने बयान में कहा कि चौहान ने आम के निर्यात को बढ़ाने के लिए लखनऊ और दिल्ली में वाष्प ताप उपचार सुविधाओं के लिए शीघ्र मंजूरी का आग्रह किया।
दोनों देशों के मंत्रियों ने ताजा और सूखे फलों के व्यापार बढ़ाने पर भी चर्चा की, जिसमें भारत, न्यूजीलैंड के बाजार में अपने अंगूरों के लिए शीघ्र बाजार पहुंच पर जोर दे रहा है।
बयान में कहा गया, ‘‘उन्होंने (चौहान) विशेष रूप से न्यूजीलैंड को अंगूर निर्यात करने के लिए भारतीय निर्यातकों को शीघ्र बाजार पहुंच पर विचार करने का उल्लेख किया।’’
कृषि भवन में आयोजित द्विपक्षीय बैठक में कृषि सहयोग और व्यापार के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, जिसमें दोनों पक्षों ने इस क्षेत्र में संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस बैठक में भारतीय अनार के आयात के लिए न्यूजीलैंड का समर्थन और आम के निर्यात पर प्रतिबंध हटाना शामिल था। न्यूजीलैंड के मंत्री ने न्यूजीलैंड से पाइन लॉग निर्यात को हाल ही में फिर से शुरू करने के लिए भारत को धन्यवाद दिया, जिसे पहले धूम्रशोधन संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था।
चौहान ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए न्यूजीलैंड के प्रयासों की सराहना की।
मंत्रियों ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र की अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने अनुसंधान और विकास में तकनीकी सहयोग की संभावनाओं की भी खोज की, विशेष रूप से बागवानी और पिंजरे में मछली पालन के मामले में।
बागवानी पर एक प्रस्तावित सहयोग ज्ञापन पर चर्चा की गई, जिसमें दोनों पक्षों ने कृषि साझेदारी को गहरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
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