नयी दिल्ली, 29 नवंबर भारत और ब्रिटेन ने सामरिक क्षेत्र में व्यापक सहयोग के उद्देश्य के अनुरूप भविष्य के युद्धपोतों में उपयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रिक प्रणोदन प्रणालियों के सह-डिजाइन और सह-उत्पादन के लिए एक रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस संबंध में भारत की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बृहस्पतिवार को ब्रिटेन के शहर पोर्ट्समाउथ में दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों द्वारा प्रस्तावित योजना के लिए आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
बयान में कहा गया है कि यह आशय पत्र भविष्य के नौसैनिक जहाजों के लिए इलेक्ट्रिक प्रणोदन क्षमता के सह-डिजाइन, सह-निर्माण और सह-उत्पादन में सहयोग को लेकर एक व्यापक ढांचे के रूप में काम करेगा।
रक्षा मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी बयान में कहा गया है, ‘‘‘लैंडिंग प्लेटफार्म डॉक्स’ को भारतीय शिपयार्ड में बनाए जाने की योजना है। इसमें पूर्ण विद्युत प्रणोदन प्रणाली लगाने की परिकल्पना की गई है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘यह हस्ताक्षर इलेक्ट्रिक प्रणोदन क्षमता साझेदारी के तीसरे संयुक्त कार्य समूह की बैठक का हिस्सा था, जो विशिष्ट प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।’’
भारतीय पक्ष की ओर से संयुक्त सचिव (नौसेना प्रणाली) राजीव प्रकाश ने और ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय में जहाज संचालन एवं क्षमता एकीकरण के निदेशक रियर एडमिरल स्टीव मैकार्थी ने ब्रिटिश पक्ष की ओर से इस आशय पत्र पर हस्ताक्षर किये।
हिंद-प्रशांत के लिए ब्रिटेन की मंत्री कैथरीन वेस्ट के भारत दौरे के कुछ दिनों बाद इस रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
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