बालासोर (ओडिशा), 30 मार्च भारत ने बुधवार को ओडिशा तट से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली दो और मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। डीआरडीओ के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज लॉन्च पैड-3 से सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (एमआरएसएएम) का परीक्षण किया गया। ये एमआरएसएएम सेना द्वारा उपयोग के लिए हैं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा कि परीक्षणों के जरिये हथियार प्रणाली की सटीकता और विश्वसनीयता स्थापित की गई। उसने कहा कि इन परीक्षणों के दौरान मिसाइल, हथियार प्रणाली रडार और कमान पोस्ट सहित सभी हथियार प्रणाली घटकों के प्रदर्शन को सत्यापित किया गया है।
ये परीक्षण डीआरडीओ और भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किए गए।
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एमआरएसएएम-सेना के सफल प्रक्षेपण के लिए डीआरडीओ, भारतीय सेना और रक्षा उद्योग इकाइयों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इन सफल प्रक्षेपणों ने एक बार फिर प्रणाली की विश्वसनीयता साबित कर दी है। डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी. सतीश रेड्डी ने हथियार प्रणाली के सफल परीक्षण से जुड़ी टीम को बधाई दी।
गौरतलब है कि 27 मार्च को भी आईटीआर से सेना के दो एमआरएसएएम का परीक्षण किया गया था।
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