नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर भारत को अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में लगभग 32 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत होगी।
भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रदीप कुमार दास ने सोमवार को यह बात कही।
उन्होंने 23वें ‘इंडिया पावर फोरम 2024’ में ऋणदाताओं से अधिक ग्राहक-केंद्रित और क्षेत्र-केंद्रित नजरिया अपनाने की अपील की। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के अनुरूप वित्तीय समाधान और नवाचार की जरूरत पर भी बल दिया।
उन्होंने बिजली क्षेत्र को शुद्ध-शून्य उत्सर्जन वाला बनाने की दिशा में भारत की यात्रा में नवीकरणीय ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
दास ने बताया कि भारत को अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में लगभग 32 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पूरी तरह कार्बन उत्सर्जन मुक्त करने के लिए 2031 से 2047 तक पूरा ध्यान बुनियादी ढांचा विकसित करने पर होगा।
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