एडीलेड, चार दिसंबर कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल के बावजूद भारत को रविवार को यहां पांचवें और अंतिम हॉकी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4-5 से शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे उसने दुनिया की नंबर एक टीम के खिलाफ पांच मैच की श्रृंखला 1-4 से गंवा दी।
टॉम विकहैम (दूसरे और 17वें मिनट) ने ऑस्ट्रेलिया के लिए दो गोल दागे जबकि एरेन जेलवस्की (30वें मिनट), जेकब एंडरसन (40वें मिनट) और जेक वेटन (54वें मिनट) ने भी मेजबान टीम की तरफ से एक-एक गोल किया।
भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह (24वें और 60वें मिनट) ने दो जबकि अमित रोहिदास (34वें मिनट) और सुखजीत सिंह (55वें मिनट) ने एक-एक गोल दागा।
भारत ने शुरुआती दो मैच 4-5 और 4-7 से गंवाने के बार तीसरा मैच 4-3 से जीता था। चौथे मैच में मेहमान टीम को 1-5 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
रविवार को ऑस्ट्रेलिया की टीम दोनों टीम में कहीं बेहतर नजर आई। टीम ने शुरुआती दो क्वार्टर में मैच पर नियंत्रण बनाया।
दूसरी तरफ भारतीय टीम ने धीमी शुरुआत की और उसके मूव में हिचक दिख रही थी।
ऑस्ट्रेलिया ने तेज शुरुआत की और विकहैम ने दूसरे ही मिनट में मैदानी गोल दागकर मेजबान टीम को बढ़त दिला दी।
भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस पर दबाव डालने में नाकाम रहे और पहले क्वार्टर में टीम ने बामुश्किल कोई मौका बनाया।
विकहैम ने 17वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को दोगुना कर दिया। लैकलेन शार्प ने मिडफील्ड से गेंद को अपने कब्जे में लिया और भारत के कुछ डिफेंडरों को छकाते हुए गेंद को विकहैम के पास पहुंचाया जिन्हें सिर्फ भारत के गोलकीपर पीआर श्रीजेश को छकाना था और उन्होंने इसमें कोई गलती नहीं की।
हरमनप्रीत ने 24वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर 1-2 किया।
ऑस्ट्रेलिया को इसके बाद लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन रिजर्व गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने जेरेमी हेवर्ड के प्रयासों को नाकाम कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि जेलवस्की की बदौलत मध्यांतर से ठीक पहले 3-1 की बढ़त हासिल कर ली।
मध्यांतर के बाद भारत ने आक्रामक शुरुआत की और रोहिदास के गोल से स्कोर 2-3 कर दिया।
कुछ मिनटों बाद श्रीजेश ने शार्प के हमले को नाकाम किया।
ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि दबाव बनाए रखा और 40वें मिनट में एंडरसन ने डेनियल बील के पास पर गोल दाग दिया।
वेटन ने एक और गोल दागकर मेजबान टीम को 5-2 की बढ़त दिलाई।
सुखजीत ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को कम किया। अंतिम मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर को हरमनप्रीत ने गोल में बदला लेकिन टीम को हार से नहीं बचा पाए।
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