नयी दिल्ली, 25 फरवरी आगरा में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के शामिल होने के बाद कांग्रेस ने रविवार को कहा कि ‘इंडिया’ ‘जनबंधन’ ‘अन्याय काल के अंधेरे’ को दूर करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
राहुल गांधी और अखिलेश यादव के एकसाथ आने से सपा अध्यक्ष के यात्रा में शामिल होने को लेकर पिछले कुछ दिनों से जारी अनिश्चितता समाप्त हो गई और इससे ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को प्रोत्साहन मिला है, जिसने हाल में सीट बंटवारे को लेकर समझौते किये हैं।
आप और कांग्रेस ने शनिवार को दिल्ली, गुजरात, गोवा और हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर समझौता किया, लेकिन दोनों दलों ने पंजाब में ‘विशेष परिस्थितियों’ को देखते हुए अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ समझौता करने के बाद, कांग्रेस ने ‘इंडिया’ के घटक दलों के साथ 125 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है।
हालांकि, चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं, क्योंकि ‘इंडिया’ गठबंधन को पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख राज्यों में सीट-बंटवारे के समझौते पर काम करना है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आगरा में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में उत्साही और ऊर्जावान लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। आगरा में ऐतिहासिक रोडशो शुरू करने से पहले नेताओं ने बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।"
रमेश ने कहा, ‘‘इंडिया ‘जनबंधन’ अन्याय काल के अंधेरे को दूर करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।’’
कांग्रेस नेता रमेश ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ ने उत्तर प्रदेश में अपनी यात्रा पूरी कर ली है, जो आठ दिनों तक चली। उन्होंने कहा कि यात्रा चंदौली से शुरू हुई और वाराणसी, भदोही, प्रयागराज, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, बुलन्दशहर, अलीगढ, हाथरस और आगरा जिलों से होकर गुजरी।
रमेश ने कहा, "निस्संदेह, आज दोपहर आगरा में अखिलेश यादव की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण बिंदु थी।"
उन्होंने कहा, ‘‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने न केवल उत्तर प्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूत किया है, बल्कि उत्तर प्रदेश में समाज के सभी वर्गों, विशेषकर युवाओं को नयी उम्मीद दी है। राहुल गांधी ने लगातार चार दिनों तक पेपर लीक का मुद्दा उठाया और उनके भाषणों का प्रभाव 24 फरवरी की सुबह महसूस हुआ, जब योगी (आदित्यनाथ) सरकार ने पुलिस कांस्टेबल के पद पर भर्ती के लिए इस महीने की शुरुआत में आयोजित परीक्षा रद्द करने की घोषणा की, जिसका पेपर लीक हो गया था।’’
उन्होंने कहा कि गांधी ने इसे उत्तर प्रदेश के युवाओं पर हो रहे अन्याय का एक ज्वलंत उदाहरण बनाया था, जो पहले से ही पिछले 45 वर्षों में सबसे अधिक बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं।
रमेश ने कहा, ‘‘किसानों के मुद्दों पर राहुल गांधी का बार-बार जोर देना भी जोर-शोर से गूंजा। उन्होंने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) को कानूनी दर्जा देने और भारत रत्न डॉ एम एस स्वामीनाथन द्वारा सुझाए गए फॉर्मूले के आधार पर एमएसपी तय करने की कांग्रेस की गारंटी पर प्रकाश डाला। इन दोनों मांगों की प्रधानमंत्री द्वारा लगातार अनदेखी की गई है।’’
उन्होंने कहा कि गांधी ने गहन और अधिक सार्थक सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। रमेश ने कहा, ‘‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा के उत्तर प्रदेश चरण से कांग्रेस और ‘इंडिया’ जनबंधन, दोनों को प्रोत्साहन मिला है।’’
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यादव और गांधी के समर्थन में नारे लगाए। दोनों नेताओं के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी मौजूद रहीं।
यादव ने इस मौके पर अपने संबोधन में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ''आज किसान सरकार के खिलाफ खड़े हैं। सरकार किसानों की ताकत से डर गई है। आने वाले समय में भाजपा को हटाएंगे और ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार किसानों को सम्मान देगी।’’
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