भुवनेश्वर, 19 जनवरी भारतीय टीम ने लचर प्रदर्शन के बावजूद गुरूवार को यहां पूल के अपने अंतिम मैच में वेल्स को 4-2 से हराया लेकिन एफआईएच हॉकी विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में सीधे क्वालीफाई नहीं कर सकी।
भारत अंतिम आठ के लिये अब भी क्वालीफाई कर सकता है लेकिन उसे रविवार को अपने ‘क्रॉस-ओवर’ मैच में न्यूजीलैंड को हराना होगा।
भारत ने शमशेर सिंह (21वें मिनट) और आकाशदीप सिंह (32वें मिनट) की बदौलत 2-0 से बढ़त बना ली थी लेकिन वेल्स ने दो मिनट के अंदर दो गोल दागकर घरेलू टीम को चौंका दिया।
वेल्स के दोनों गोल पेनल्टी कॉर्नर से हुए जिसमें गैरेथ फर्लोंग (42वें मिनट) और जैकब ड्रेपर (44वें मिनट) ने गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर पहुंचाया।
आकाशदीप ने 45वें मिनट में शानदार मैदानी गोल कर भारत को बचाया और फिर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 59वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला।
भारत को क्वार्टरफाइनल के लिये सीधे क्वालीफाई करने के लिये आठ गोल से जीत दर्ज करने की जरूरत थी लेकिन टीम उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी और पूल डी में इंग्लैंड के बाद दूसरे स्थान पर रही।
भारत और इंग्लैंड दोनों के दो जीत और एक ड्रा से तीन तीन मैचों में सात सात अंक रहे। लेकिन यूरोपीय टीम बेहतर गोल अंतर की बदौलत पूल डी में शीर्ष पर रही।
इंग्लैंड ने इससे पहले पूल डी के मैच में स्पेन को 4-0 से हराया। उसका गोल अंतर प्लस नौ भारत के चार की तुलना में बेहतर रहा। जब दोनों टीमों के समान अंक हों और दोनों ने समान मैच जीते हों तो रैंकिंग का फैसला गोल अंतर से होता है।
भारत रविवार को अपने ‘क्रॉस-ओवर’ (एक ग्रुप की दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम दूसरे ग्रुप की तीसरे नंबर की टीम से भिड़े) मैच पूल सी में तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम (न्यूजीलैंड) से भिड़ेगा।
इंग्लैंड की टीम 25 जनवरी को पूल ए की दूसरे और पूल बी की तीसरे स्थान की टीम के बीच होने वाले मैच की विजेता से भिड़ेगी।
पूल ए और पूल बी के अंतिम दौर के मैच राउरकेला में शुक्रवार को खेले जायेंगे।
तेज हवा और 20 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच खचाखच भरे कलिंग स्टेडियम में खेले गये मैच में भारत ने टूर्नामेंट में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया।
भारत ने पूरे मैच के दौरान दबदबा बनाया लेकिन उसकी गोल करने की समस्या लगातार दूसरे मैच में भी जारी रही।
पांचवीं रैंकिंग की भारतीय टीम को सात पेनल्टी कॉर्नर मिले और कम से कम छह बार गोल करने के मौके मिले लेकिन उनके स्ट्राइकरों ने ज्यादातर मौके गंवा दिये।
वहीं 14वीं रैंकिंग की वेल्स की रक्षात्मक पंक्ति ने भारत के लगातार हमलों के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया।
मैच का पहला मौका पहले ही मिनट में मंदीप सिंह को मिला लेकिन उनका रिवर्स प्रयास वेल्स के गोलकीपर ने रोक दिया।
नौंवे मिनट में एक और रिवर्स शॉट नीलकांत शर्मा की स्टिक से निकला लेकिन वेल्स के डिफेंडरों ने इसे विफल किया।
वेल्स के खिलाड़ी 13वें मिनट में भारतीय सर्कल में पहुंचे लेकिन रोड्री फर्लोंग का क्रास किसी खिलाड़ी की स्टिक को नहीं छू सका।
कुछ सेकेंड बाद मंदीप ने वेल्स के सर्कल के ऊपर से कोशिश की लेकिन गोलकीपर ने फिर भारत को पहले क्वार्टर में गोल करने मौका छीन लिया।
भारत ने दूसरे क्वार्टर के पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन कप्तान हरमनप्रीत सिंह की कमजोर ड्रैग फ्लिक ने कोई परेशानी नहीं दी।
मंदीप ने दूसरे क्वार्टर के सातवें मिनट में भारत को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर दिलाया। हरमनप्रीत की ड्रैग फ्लिक एक डिफेंडर को लगकर रिबाउंड हुई लेकिन सर्कल के ऊपर से शमशेर का ताकतवर शॉट वेल्स के गोलकीपर को चौंकाता हुआ गोल में पहुंचा और भारत ने बढ़त बनायी।
इसी क्वार्टर के अंत में जेम्स कार्लसन को एक अच्छा मौका मिला लेकिन यह वाइड चला गया जिससे पहले हाफ में भारत ने 1-0 से बढ़त बनायी।
वेल्स ने तीसरे क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन उन्हें इसका फायदा नहीं मिला।
कुछ ही मिनट बाद आकाशदीप वेल्स के सर्कल के ऊपर थे और उनका तेज शॉट प्रतिद्वंद्वी टीम के गोलकीपर को छकाता हुआ गोल में पहुंचा जिससे भारत 2-0 से आगे हो गया।
अमित रोहिदास ने भारत के पांचवें पेनल्टी कॉर्नर पर कोशिश की लेकिन तीसरे क्वार्टर के 11वें मिनट में वह प्रभावी नहीं रहे।
कुछ सेकेंड बाद हरमनप्रीत की फ्लिक का वेल्स के गीलकीपर ने शानदार बचाव किया।
इसके तुरंत बाद भारत का डिफेंस टूर्नामेंट में पहली बार भेदा गया जब तीसरे क्वार्टर के अंत में फर्लोंग ने गोल कर दिया।
फिर एक मिनट के बाद ही वेल्स ने ड्रेपर के जरिए गोल कर बराबरी हासिल की। ड्रेपर ने भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को अपनी टीम के तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर पस्त किया।
आकाशदीप ने चौथे क्वार्टर के पहले मिनट में दमदार रिवर्स शॉट से गोल कर घरेलू दर्शकों की तालियों की वापसी करायी जिससे भारत 3-2 से आगे हुआ।
दो मिनट बाद सुखजीत सिंह बढ़त बढ़ा सकते थे लेकिन प्रतिद्वंद्वी गोलकीपर को पछाड़ नहीं सके।
अभिषेक का गोल खारिज कर दिया गया।
हूटर बजने से एक मिनट पहले हरमनप्रीत ने अपना और पेनल्टी कॉर्नर पर भारत का पहला गोल कर स्कोर 4-2 किया।
इससे पहले फिल रोपर (10वें), डेविड कोंडोन (21वें), निकोलस बांडुराक (50वें) और लियाम एनसेल (51वें) ने इंग्लैंड की स्पेन पर 4-0 की दमदार जीत में गोल दागे।
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