नयी दिल्ली, छह मार्च सरकार ने बुधवार को नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (एनसीईएल) के माध्यम से भूटान, बहरीन और मॉरीशस को 4,750 टन प्याज निर्यात की अनुमति दे दी।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि भूटान को 550 टन, बहरीन को 3,000 टन और मॉरीशस को 1,200 टन प्याज के निर्यात की अनुमति है।
इसमें कहा गया है, ‘‘एनसीईएल के माध्यम से इन तीन देशों में प्याज का निर्यात अधिसूचित किया गया है।’’
पिछले सप्ताह भारत ने संयुक्त अरब अमीरात और बांग्लादेश को 64,400 टन प्याज के निर्यात की अनुमति दी थी।
डीजीएफटी वाणिज्य मंत्रालय की एक शाखा है, जो आयात और निर्यात से संबंधित मानदंडों को देखती है।
हालांकि प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध है, लेकिन अन्य देशों के अनुरोध के आधार पर सरकार उन्हें निर्यात की अनुमति देती है।
पिछले साल आठ दिसंबर को सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रण में रखने के मकसद से इस साल 31 मार्च तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार पहले भी कई कदम उठा चुकी है। इसने 28 अक्टूबर को 31 दिसंबर, 2023 तक प्याज निर्यात पर 800 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) लगाया था।
अगस्त में भारत ने प्याज पर 31 दिसंबर, 2023 तक 40 प्रतिशत का निर्यात शुल्क लगाया था।
इस वित्त वर्ष में एक अप्रैल, 2023 से चार अगस्त, 2023 के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया है। मूल्य के लिहाज से शीर्ष तीन आयातक देश बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं।
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