नयी दिल्ली, 8 अक्टूबर : केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने शुक्रवार को दावा किया कि आयकर विभाग ने पूर्वात्तर क्षेत्र और पश्चिम बंगाल में सीमेंट निर्माण और रेलवे अनुबंध कार्य में लगे दो समूहों पर छापेमारी के दौरान 250 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाया है.
सीबीडीटी ने बताया कि पांच अक्टूबर और 15 अक्टूबर को की गई छापेमारी में कोलकाता, गुवाहाटी, रंगिया, शिलांग और पटना के परिसर शामिल थे. एक बयान में कहा गया, ‘‘इन तलाशी और जब्ती कार्रवाइयों में 250 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का पता चला और 51 लाख रुपये से अधिक की बेनामी नकदी जब्त की गई.’’
सीबीडीटी, आयकर विभाग के लिए नीति तैयार करता है. बयान में कहा गया है कि नौ बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है. सीमेंट निर्माण समूह के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र करते हुए सीबीडीटी ने कहा कि समूह ने ‘‘बही-खाते से अलग बिक्री करके और फर्जी खर्च दिखाकर बेनामी आय अर्जित की.’’ बयान के मुताबिक, ‘‘इस बेनामी आय को मुखौटा कंपनियों के माध्यम से वापस व्यापार में लाया गया.’’ बयान में कहा गया है कि समूह द्वारा फर्जी व्यापार खाता प्रविष्टियां प्रदान करने के लिए कई पेपर कंपनियों का संचालन किया जाता है. यह भी पढ़ें : उपहार अग्निकांड: अदालत ने सबूतों से छेड़छाड़ मामले में सुशील व गोपाल अंसल को दोषी ठहराया
सीबीडीटी ने कहा कि दूसरा समूह, असम, मिजोरम और पूर्वोत्तर के अन्य हिस्सों में रेलवे अनुबंधों को लागू करने में जुटा हुआ है. बयान में कहा गया, ‘‘बड़ी संख्या में भूमि और संपत्तियों से संबंधित बिक्री विलेख (सेल डीड) पाए गए हैं, जिनका मूल्यांकन 110 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है. तलाशी के दौरान इन संपत्तियों की खरीद के स्रोत को बताने के लिए पुष्ट साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए जा सके.’’ सीबीडीटी ने कहा है कि संपत्ति की बिक्री में 13 करोड़ रुपये से अधिक के नकद लेन-देन के विवरण वाले दस्तावेज मिले हैं.