वाशिंगटन, छह मार्च (एपी) यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के जवाब में रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के मद्देनजर वहां के कुलीन वर्ग को अपने शानदार पोतों (सुपरयाट) के लिए सुरक्षित बंदरगाह की तलाश है और ऐसे ही पोतों में ‘दिलबर’ नामक पोत शामिल है।
ऐसा बताया जा रहा है कि इस पोत के मालिक रूसी कुलीन एलिशर उस्मानोव हैं। दिलबर डेढ़ फुटबॉल मैदान के बराबर बड़ा है। इसमें दो हेलीपैड, 130 लोगों के रहने की व्यवस्था और 25 मीटर का स्वीमिंग पूल है। इस पोत का जलावतरण 2016 में किया गया था। बताया जा रहा है कि इसके निर्माण में 64.8 करोड़ डॉलर का खर्च आया।
क्रेमलिन के करीबी माने जाने वाले उस्मानोव ने अपने इस पोत को जर्मन गोदी में सुधार के लिए भेजा था, जिस पर कथित रूप से लाखों रुपये का खर्च आया। दिलबर बृहस्पतिवार को सूखी गोदी में था, जब अमेरिका और यूरोपीय संघ ने उस्मानोव पर उनकी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ नजदीकी की वजह से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार रात को ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ भाषण के दौरान कहा था, ‘‘हम आपका पोत, आपके लग्जरी अपार्टमेंट और निजी विमान को जब्त करने के लिए अपने यूरोपीय साझेदारों के साथ काम कर रहे हैं।’’
हालांकि, इस पोत को जब्त करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। रूसी अरबपति वर्षों से अपना धन और संपत्ति पश्चिमी सरकारों से छिपाते रहे हैं जो उन पर कर लगाने या जब्त करने की कोशिश कर सकती हैं।
कई मीडिया संस्थानों ने पिछले सप्ताह खबर दी कि जर्मन अधिकारियों ने दिलबर को जब्त कर लिया है लेकिन हैमबर्ग के आर्थिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि अब तक ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है क्योंकि पोत का स्वामित्व स्पष्ट नहीं हो सका है।
दिलबर केमैन आइलैंड्स के ध्वज के अंतर्गत संचालित होता है और माल्टा में पंजीकृत है, जहां के बैंकों में वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक अमीर लोग अपना धन रखते हैं।
ब्रिटेन में पोत का मूल्यांकन करने वाली कंपपनी ‘वेसलवैल्यू’ के साथ मिलकर ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) ने उन 56 सुपरयाट की सूची बनाई है जिन्हें लग्जरी के तौर पर परिभाषित किया गया है और जो 24 मीटर से अधिक लंबे हैं और माना जाता है कि इनका स्वामित्व क्रेमलिन से जुड़े अरबपतियों के पास हैं। इन पोतों की संयुक्त कीमत करीब 5.4 अरब डॉलर है।
एपी ने वेसलवैल्यू और मरीन ट्रैफिक की मदद से इन पोतों की आखिरी स्थिति पता लगाने की कोशिश की और पाया कि इनमें अधिकतर भूमध्य सागर और कैरिबियाई द्वीप के नजदीक हैं, लेकिन करीब एक दर्जन पोत या तो दूरदराज के पोतों जैसे मालद्वीप या मोंटेनेग्रो के लिए रवाना हो चुके हैं या वहां पहुंच चुके हैं जो संभवत: पश्चिमी पाबंदियों से परे हैं।
तीन पोत ने तुर्की के बोसपोरस से निकलने के बाद से ही अपने ट्रांसपोंडर को बंद कर दिया है।
जर्मनी में निर्मित रूसी पोत ग्रेसफुल, जिसके बारे में माना जाता है वह पुतिन का है, वह सात फरवरी को ही हैमबर्ग से रवाना हो गया। यानी यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई से करीब दो सप्ताह पहले वह रवाना हो गया। अब यह पोत रूस के बाल्टिक सागर तट स्थित बंदरगाह कलिनिंग्राड में खड़ा है और पश्चिमी देशों के प्रतिबंध से बाहर है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)