लखनऊ, 13 जून बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच हिंदुत्ववादी और हिंदू भक्त होने को लेकर आपस में लड़ाई लड़ने और बाकी सभी धर्मों की घोर उपेक्षा करने का आरोप लगाया।
इसके साथ ही मायावती ने इस साल के अंत में चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
बसपा प्रमुख ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, ''भाजपा व कांग्रेस के बीच, दोनों में कौन बड़ा हिंदुत्ववादी व हिंदू भक्त है तथा पूजा पाठ करने में भी कौन ज्यादा माहिर है, इसको लेकर जारी लड़ाई से यह जरूर स्पष्ट है कि ये दोनों पार्टियां हिंदू धर्म को छोड़कर बाकी सभी धर्मों की घोर उपेक्षा कर रही हैं। इनका यह कृत्य संविधान की मंशा के विरूद्ध है।''
मायावती ने दावा किया कि ''बसपा सभी धर्मों का एक बराबर सम्मान करती है क्योंकि देश में यहां अकेले हिंदू धर्म को मानने वाले लोग ही नहीं बल्कि मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी और बौद्ध आदि विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग भी रहते हैं।''
उन्होंने यह भी कहा कि ''देश में पिछले कुछ समय से लव जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन आदि कराने को भी लेकर तथा इनकी आड़ में जो अब धार्मिक उन्माद पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है वह ठीक नहीं है।''
बसपा प्रमुख ने कहा, ''धार्मिक द्वेष की भावना से ऐतिहासिक स्थलों और उनके रिकार्ड आदि के साथ छेड़छाड़ किया जाना भी ठीक व न्याय संगत नहीं है। इससे आपसी भाईचारा व सद्भाव पर बुरा असर पड़ने के साथ ही कानून-व्यवस्था की बिगड़ती है।''
उन्होंने महाराष्ट्र के मामले का हवाला देते हुए कहा कि महाराष्ट्र राज्य में भी अब यह सब कुछ देखने को मिल रहा है और वहां की हालात इतनी खराब हो रही है कि राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग जोर पकड़ रही है।
मायावती ने राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनावों में बसपा के पूरी तैयारी से चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान करते हुए कहा कि जरूरी मुद्दों को लेकर हमारी पार्टी पूरी तैयारी के साथ यहां चुनाव में उतर रही है और चारों राज्यों में चुनाव अभियान भी जारी है।
उप्र की कानून-व्यवस्था पर लक्ष्य करते हुए बसपा प्रमुख ने कहा, ''उप्र में अब विशेषकर अपराधियों का जो आपस में तांडव चल रहा है, इससे जनता में काफी दहशत व्याप्त है। सरकार को इस ओर जरूर ध्यान देना चाहिए।''
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