श्रीनगर, सात अक्टूबर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) नेता इल्तिजा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि उपराज्यपाल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पांच सदस्यों को मनोनीत करने का अधिकार देना चुनाव में "नतीजे से पहले की गई बेशर्मी" है।
इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘उपराज्यपाल द्वारा मनोनीत सभी पांच विधायक या तो भाजपा के सदस्य हैं या पार्टी से जुड़े हैं। नतीजों से पहले की गई बेशर्म धोखाधड़ी और शर्मनाक हेराफेरी।’’
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि जम्मू-कश्मीर में 1987 के चुनावों में हुई धांधली से कोई सबक नहीं सीखा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके बजाय सभी 90 सदस्यों को मनोनीत किया जा सकता था। चुनाव क्यों करवाए गए? वर्ष 1987 के चोरी के चुनाव परिणाम ने जम्मू-कश्मीर को (किस) कगार पर पहुंचा दिया। फिर भी कोई सबक नहीं सीखा गया?’’
सरकार गठन के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोधी मोर्चे को अपनी पार्टी के समर्थन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पीडीपी का वरिष्ठ नेतृत्व चुनाव परिणाम आने के बाद इस पर फैसला लेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अनावश्यक अटकलें। मैं अपनी बात स्पष्ट कर दूं। पीडीपी का वरिष्ठ नेतृत्व धर्मनिरपेक्ष मोर्चे को समर्थन देने के बारे में चुनाव परिणाम आने के बाद ही फैसला करेगा। यह हमारा आधिकारिक रुख है।’’
नब्बे-सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए मतों की गिनती मंगलवार को होगी।
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