पुणे, 11 दिसंबर भारत में अवैध रूप से रहने के आरोप में इस साल की शुरुआत में गिरफ्तार किए गए म्यांमा के एक रोहिंग्या व्यक्ति ने पुणे के एक इलाके में जमीन खरीदकर रहने के लिए घर भी बनवाया था। यह जानकारी जांच में सामने आई है।
जुलाई में पिंपरी-चिंचवाड़ पुलिस ने दो रोहिंग्या दंपतियों को देश में अवैध तरीके से प्रवेश करने और रहने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
पुलिस के अधिकारी ने बुधवार को बताया कि जांच में पता चला कि उनमें से एक मुजम्मिल खान (45) ने देहू रोड इलाके में 80,000 रुपये में एक छोटा सा भूखंड खरीदा था और अपने सुपारी बेचने के व्यवसाय से होने वाली कमाई से उस पर घर बनवाया था।
उसने और उसकी पत्नी ने भारतीय पासपोर्ट के अलावा आधार और पैन कार्ड भी बनवा लिए थे।
पुलिस ने जांच में पाया कि वे 2013 से इस इलाके में रह रहे थे। खान ने पुलिस को बताया कि वह 2012 में अपने परिवार के साथ म्यांमा से भाग गया था और अवैध रूप से सीमा पार करके पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से पहले उसने बांग्लादेश में एक शरणार्थी शिविर में शरण ली थी।
पुणे पहुंचने के बाद उसने एक कंपनी में काम किया और बाद में सुपारी का व्यापार शुरू कर दिया।
दंपति ने महाराष्ट्र के भिवंडी से आधार और पैन कार्ड बनवाए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह जमीन कांबले नामक महिला से बिना किसी कानूनी दस्तावेज के खरीदी गई थी और आधिकारिक भूमि रिकॉर्ड में इस लेनदेन का कोई भी ब्यौरा नहीं है।
अधिकारी ने कहा, “खान ने अपने, अपनी पत्नी और दो बच्चों के लिए भारतीय पासपोर्ट प्राप्त कर लिया था और वह मक्का जाने की योजना बना रहा था।”
खान दंपति की गिरफ्तारी इस्माइल उर्फ शाहिद शेख नामक रोहिंग्या की गिरफ्तारी के बाद हुई थी।
शेख और उसकी पत्नी पर अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने का संदेह था।
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