बेंगलुरु, 13 मई कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) द्वारा विकसित किया जा रहा कोविड-19 टीका भरोसेमंद है क्योंकि परीक्षण में सामने आया है कि यह टीका इस वायरस को प्रभावहीन बनाने में वर्तमान टीकों से बेहतर है।
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार मंत्री ने आईआईएससी के निदेशक प्रोफेसर गोविंदन रंगराजन के साथ चर्चा की और उनसे इस महामारी का मुकाबला करने के संस्थान का सहयोग मांगा।
इस चर्चा के दौरान निदेशक ने मंत्री को आईआईएससी में किये जा रहे विभिन्न अनुसंधानों के बारे में बताया जिनमें अधिक कार्यकुशल ऑक्सीजन सांद्रक एवं कोविड-19 टीके का विकास भी शामिल है। इस टीके का 30 डिग्री सेल्सियस तक के सामान्य तापमान पर भंडारण किया जा सकता है।
विज्ञप्ति के अनुसार प्रो. रंगराजन ने मंत्री को बताया कि आईआईएससी द्वारा विकसित किया जा रहा टीका भरोसेमंद है क्योंकि परीक्षण में सामने आया है कि यह टीका इस वायरस को प्रभावहीन बनाने में वर्तमान टीकों से बेहतर है।
विज्ञप्ति के मुताबिक यह टीका महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकता है तथा जनस्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह बड़ा लाभकारी है क्योंकि इसके बाद सरकार टीके का वितरण तेजी और आसानी से बढ़ा पाएगी।
आईआईएससी ने 10 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) का एक ऑक्सीजन सांद्रक विकसित किया है जिसका बेंगलुरू मेडिकल कॉलेज में क्लीनिकल सत्यापन के वास्ते परीक्षण किया जा रहा है।
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