ताजा खबरें | काका नहीं रहे तो बाबा भी नहीं रहेंगे : अखिलेश यादव

सपा प्रमुख ने शनिवार को पीलीभीत में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने लखीमपुर में पिछले वर्ष तीन अक्टूबर को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में हुई हिंसा में मारे गये किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि आजाद भारत में जलियांवाला बाग जैसी घटना लखीमपुर खीरी में हुई, लेकिन किसान पीछे नहीं हटा और आखिरकार केंद्र सरकार को तीन काले कानून वापस लेने पड़े।

यादव ने दावा किया कि काका नहीं रहे तो बाबा भी नहीं रहेंगे। उन्होंने फिर काका का मतलब खुद ही समझाया- काला कानून।

अपने संबोधन में दिवंगत विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, हाल में दिवंगत पूर्व मंत्री हाजी रियाज अहमद समेत कई नेताओं को याद करते हुए सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार झूठ बोल रही है और भाजपा के छोटे नेता छोटा झूठ और बड़े नेता बड़ा झूठ बोल रहे हैं और सबसे बड़े नेता सफेद झूठ बोल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि किसान, नौजवान, दलित और गरीब सबको इस सरकार ने लूटा है, डीजल, पेट्रोल महंगा हो गया, रसोई गैस मंहगी हो गई, शिक्षा व्यबस्था बिगड़ गई, व्यापार छिन गये, रोजगार खत्म हो गये।

यादव ने कहा कि बाबा जगह-जगह कह रहे हैं कि गर्मी निकाल देंगे लेकिन वह जानते नहीं कि किसान और नौजवान तथा शिक्षामित्र उनकी भाप निकाल लेंगे।

उन्होंने कहा कि रास्ते में पता चला कि नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन का निधन हो गया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बहुत दुख है कि उन्होंने आजीवन नेताजी का साथ दिया और वे नेताजी के हमेशा साथ रहे और समाजवादी आंदोलन से जुड़े रहे।’’

सपा नेताओं के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर सभा में श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

सं आनन्द

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)