जरुरी जानकारी | इक्रा का अनुमान, चौथी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर दो प्रतिशत रहेगी

मुंबई, 24 मई घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा का अनुमान है कि बीते वित्त वर्ष यानी 2020-21 की चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर दो प्रतिशत रहेगी। वहीं सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) की दृष्टि से यह तीन प्रतिशत रहेगी।

इसका मतलब है कि 2020-21 में अर्थव्यवस्था में गिरावट 10 प्रतिशत से कम रहेगी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) का अनुमान है कि बीते वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आएगी।

इक्रा का अनुमान है कि बीते पूरे वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 8.45 प्रतिशत की गिरावट आएगी।

इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर का कहना है कि मार्च तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर दो प्रतिशत रहेगी। यह दिसंबर तिमाही के 0.40 प्रतिशत की तुलना में अधिक है।

एजेंसी का अनुमान है कि चौथी तिमाही में जीवीए की वृद्धि दर तीन प्रतिशत रहेगी। तीसरी तिमाही में यह एक प्रतिशत रही थी। ऐसे में अर्थव्यवस्था में पूरे वित्त वर्ष में दो अंकीय गिरावट दर्ज नहीं आएगी। एनएसओ ने ऐसा अनुमान लगाया है।

नायर ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि चौथी तिमाही में जीवीए की वृद्धि दर जीडीपी की वृद्धि से अधिक रहेगी। हमारा मानना है कि चौथी तिमाही में जीवीए का प्रदर्शन अर्थव्यवस्था में सुधार का अर्थपूर्ण संकेतक होगा। ’’

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