नयी दिल्ली, एक अगस्त निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक और सार्वजानिक क्षेत्र के इंडियन बैंक ने सोमवार को कर्ज पर लगने वाली ब्याज दरों में वृद्धि कर दी।
भारतीय रिजर्व बैंक के इस सप्ताह नीतिगत दर में बढ़ोतरी की संभावना के साथ दोनों बैंकों ने यह वृद्धि सभी अवधि के कर्ज पर की है।
निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े आईसीआईसीआई बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) बढ़ाई है। बैंक के इस कदम से कर्ज की मासिक किस्त (ईएमआई) बढ़ेगी।
बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार, एक अगस्त से संशोधित दरों के तहत एक साल की अवधि वाली एमसीएलआर 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर 7.90 प्रतिशत कर दी गयी है। वहीं एक दिन की अवधि की ब्याज दर 7.65 प्रतिशत होगी।
खुदरा ऋण के लिहाज से एक साल के एमसीएलआर को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि आवास ऋण जैसे बैंक के दीर्घकालीन कर्ज इसी से संबद्ध होते हैं।
बैंक ने रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की इस सप्ताह होने वाली बैठक से पहले ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। ऐसी संभावना है कि एमपीसी मुद्रास्फीति पर अंकुश के लिए नीतिगत दर रेपो में बढ़ोतरी करेगी।
इसके अलावा इंडियन बैंक ने भी एक साल की अवधि वाली एमसीएलआर को 0.10 प्रतिशत बढ़ाकर 7.65 प्रतिशत कर दिया है।
सार्वजानिक क्षेत्र के बैंक के अनुसार, एक दिन से छह माह की अवधि वाली एमसीएलआर को संशोधित कर 6.85 से 7.50 प्रतिशत कर दिया गया है। नयी दरें, तीन अगस्त से प्रभावी हो जाएंगी।
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