रांची, दो मार्च कांग्रेस की बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने बुधवार को राज्य विधानसभा में महाशिवरात्रि के अवसर पर देवघर स्थित बाबा धाम में अपने साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर हंगामा खड़ा कर दिया। विधायक ने वहां के संबद्ध अधिकारियों तथा प्रबंध समिति के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जिस पर विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने सरकार को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये।
झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन आज बाबा नगरी देवघर का मुद्दा सदन में छाया रहा क्योंकि बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक अम्बा प्रसाद अध्यक्ष के आसन के समक्ष पहुंच गईं। उन्होंने अपने साथ हुए कथित दुर्व्यवहार के मामले में संबद्ध जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं देवघर श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
सत्ताधारी पक्ष के विधायकों समेत भाजपा के कई विधायकों ने भी उनका साथ देते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आकर धरना दिया। कांग्रेस विधायक अम्बा प्रसाद द्वारा उठाये गए प्रश्न पर मुख्य सचेतक भाजपा विरंची नारायण ने भी समर्थन किया। विरंची नारायण ने कहा कि अम्बा प्रसाद के साथ मंदिर परिसर में दुर्व्यवहार सभी विधायकों के दुर्व्यवहार के समान है।
अम्बा प्रसाद ने सदन में देवघर की घटना की जानकारी देते हुए कहा कि भीड़ में महिलाओं की स्थिति ठीक नहीं थी। कई महिलाएं भीड़ में फंसी हुई थीं, ऐसे में वो उनसे मिलना चाहती थीं। जब महिलाओं के साथ भीड़ में दुर्व्यवहार की बात सामने आई तो एक महिला के साथ-साथ जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्होंने एसडीओ (अनुमंडलीय पदाधिकारी) से बात करनी चाही। लेकिन एसडीओ को जब इसकी सूचना दी गई तब उन्होंने आने से इंकार कर दिया और उल्टे एसडीओ ने उन्हें अपने कार्यालय में आने को कहा। इतना ही नहीं मंदिर परिसर में उनके साथ दुर्व्यवहार भी हुआ।
सदन में ये प्रस्ताव आते ही विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो ने इसको गंभीरता से लिया और सदन में विधायकों की मांग को ध्यान में रखते हुए उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर अलाम से कहा कि अधिकारी के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए। जवाब में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर अलाम ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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