पुणे, एक मई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शरद पवार पर ‘भटकती आत्मा’ का तंज कसने के दो दिन बाद बुधवार को उनके भतीजे एवं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि प्रधानमंत्री के निशाने पर कौन था।
प्रधानमंत्री मोदी ने नाम लिये बगैर सोमवार को एक रैली में शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘‘महाराष्ट्र में एक भटकती आत्मा है। यदि इसे सफलता नहीं मिलती तो यह दूसरों के अच्छे काम को खराब कर देती है।’’
अजित पवार ने बुधवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं हालांकि प्रधानमंत्री की रैली (पुणे में) में मौजूद था, लेकिन मुझे नहीं पता कि ये टिप्पणियां किसके लिए की गई थी।’’
मोदी की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘जब मुझे अगली रैली में प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करने का मौका मिलेगा, तो मैं निश्चित रूप से उनसे पूछूंगा कि उनकी टिप्पणियों के निशाने पर कौन था और फिर मैं आपके सवाल का जवाब दूंगा।’’
मोदी ने कहा था कि महाराष्ट्र में कुछ 'भटकती आत्माओं' ने अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए 45 साल पहले राजनीतिक अस्थिरता के युग की शुरुआत की थी।
मोदी ने पवार का नाम नहीं लिया लेकिन यह स्पष्ट था कि उनका संदर्भ 1978 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के खिलाफ मराठा राजनेता (शरद पवार) के विद्रोह से था जिसके कारण सरकार गिर गई थी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी के ‘भटकती आत्मा’ वाले तंज पर पलटवार करते हुए कहा था कि उनकी आत्मा किसानों और आम आदमी के हितों के लिए बेचैन है और वह उनकी दुर्दशा को उजागर करने के लिए ‘‘100 बार’’ बेचैन होने को तैयार हैं।
अजित पवार ने पिछले साल शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी थी और महायुति सरकार में शामिल हो गए थे। महायुति में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भाजपा शामिल थी।
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