ताजा खबरें | अपनी बेइज्जती बर्दाश्त लेकिन कभी सहन नहीं करूंगा कि कोई पद की गरिमा को ठेस पहुंचाए: धनखड़

नयी दिल्ली, 20 दिसंबर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि कोई कितनी भी उनकी बेइज्जती कर ले, उसे वह ‘खून के घूंट पी कर’ सहन कर लेते हैं लेकिन वह कभी यह बर्दाश्त नहीं करेंगे कि कोई उपराष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाए।

संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही कई दफा बाधित होने के बाद ग्यारह बजकर 45 मिनट पर पुन: आरंभ हुई तो कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने फिर एक बार विपक्ष की मांग दोहराई।

इस पर सभापति धनखड़ ने संसद परिसर में कुछ सांसदों की ओर से ‘अशोभनीय आचरण’ किए जाने की घटना की ओर से इशारा करते हुए कहा कि सिंह को इस बात का अंदाजा भी नहीं है कि उन्हें कितनी पीड़ा हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘आपकी चुप्पी मेरी कानों में गूंज रही है... खरगे जी की चुप्पी मेरी कानों में गूंज रही है...वह नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के अध्यक्ष हैं... सबको पता है कि क्या कुछ हो रहा है। आपको अंदाजा होना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति वीडियोग्राफी कर आनंद लेता है... हरकतें करता है... ये संस्कार हैं क्या आपके ? यहां तक स्तर आ गया क्या?’’

इस दौरान, बार-बार सिंह कुछ कहते रहे जबकि सत्ता पक्ष के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े हो कर ‘शेम-शेम’ कहने लगे।

धनखड़ ने कहा, ‘‘दिग्विजय सिंह जी, मेरी बात सुन लीजिए। जगदीप धनखड़ की कितनी बेइज्जती करो, मुझे कोई चिंता नहीं है। भारत के उपराष्ट्रपति की, किसान समाज की, मेरे वर्ग की... नहीं .. मैं पूरी आहुति दे दूंगा हवन में। मैं खुद की परवाह नहीं करता। मेरी बेइज्जती कोई करता है तो मैं सहन करता हूं। खून के घूंट पीता हूं। पर मैं यह बर्दाश्त कभी नहीं करूंगा कि मेरे पद की गरिमा को मैं सुरक्षित नहीं रख पाया। इस सदन की गरिमा को सुरक्षित रखना मेरा काम है। इस पद की गरिमा बनाए रखना मेरा काम है।’’

सभापति ने सिंह से कहा कि वह अंदाजा नहीं लगा सकते कि क्या हुआ है?

सिंह ने धनखड़ से आग्रह किया कि वे उनकी भी सुनें।

इस पर धनखड़ ने कहा कि वह उनकी सुनते, यदि वह एक फोन कर और उनसे घटना का उल्लेख करते।

सभापति ने कहा, ‘‘... अपने बीच दशकों तक फोन से वार्तालाप होता रहा है। इतनी बड़ी घटना हो गई... पद की गरिमा पर आघात हुआ... किसान समाज को बेइज्जत कर दिया, मेरी जाति को अपमानित कर दिया और आप चुप रहे... आपके अध्यक्ष चुप रहे।’’

इसके बाद सभापति ने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

उल्लेखनीय है कि संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना पर शाह के बयान की मांग को लेकर हंगामा करने पर दोनों सदनों से 90 से अधिक विपक्षी सदस्यों को निलंबित किए जाने के विरोध में विपक्ष के सांसदों ने कल मंगलवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और सदन की ‘मॉक कार्यवाही’ का आयोजन किया था।

निलंबित सांसदों ने संसद के नए भवन के मकर द्वार पर धरना दिया। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष द्वारा, सदनों की कार्यवाही का संचालन किए जाने की नकल उतारी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, बनर्जी द्वारा कार्यवाही के संचालन की नकल उतारे जाने का मोबाइल फोन से वीडियो बनाते देखे गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उपराष्ट्रपति धनखड़ को फोन किया और संसद परिसर में कुछ सांसदों की ओर से ‘अशोभनीय आचरण’ करते हुए उनका मजाक उड़ाए जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि संसद परिसर में उप राष्ट्रपति को जिस तरह अपमानित किया गया, उससे वह बेहद व्यथित हैं।

ब्रजेन्द्र

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