नयी दिल्ली, 12 अगस्त : केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को कहा कि संसाधनों के लिए स्पर्धा बढ़ने के कारण मानव-हाथी संघर्ष बढ़ रहा है तथा हर साल हाथियों के हमलों में करीब 500 लोगों की मौत हो रही है जबकि प्रतिक्रिया की कार्रवाई में लगभग 100 हाथी भी मारे गए हैं. उन्होंने विश्व हाथी दिवस के मौके पर केरल के पेरियार राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभयारण्य में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत हाथी संरक्षण के मामले में एक प्रमुख देश के तौर पर उभरा है और मानव-हाथी संघर्ष को संभालना सरकार की प्राथमिकता में है.
यादव ने कहा, ‘‘संसाधनों के लिए संघर्ष के कारण मानव-पशु संघर्ष बढ़ रहा है तथा यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हाथियों के हमलों में हर साल करीब 500 लोगों की मौत होती है तथा प्रतिक्रिया की कार्रवाई में लगभग 100 हाथी भी मारे जाते हैं.’’ उनके अनुसार, मोदी सरकार ने हाथियों के हमलों में मारे गए लोगों के परिवारों को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि को दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है. यह भी पढ़ें : मानव-हाथी संघर्ष से निपटने पर विशेष ध्यान दे रही केंद्र सरकार : वन मंत्री यादव
मंत्री ने कहा, ‘‘दीर्घकालीन समाधान के लिए हम देश के हाथी कॉरीडोर की समीक्षा कर रहे हैं और संबंधित पक्षों के साथ मिलकर 50 प्रतिशित काम को पूरा कर चुके हैं.’’ हाथियों की 2017 में हुई गणना के अनुसार, देश में हाथियों की कुल संख्या 29,964 है.