कराची, 22 मई पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का एक यात्री विमान शुक्रवार को यहां जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास घनी आबादी वाले रिहाइशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे कम से कम 37 लोगों की मौत होने की खबर है। विमान में 107 लोग सवार थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि उड़ान संख्या पीके-8303 लाहौर से आ रही थी और विमान कराची उतरने ही वाला था कि एक मिनट पहले मालिर में मॉडल कालोनी के निकट जिन्ना गार्डन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
राष्ट्रीय विमानन कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि पीआईए एयरबस ए320 में 99 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य सवार थे। विमान हवाईअड्डे के निकट जिन्ना आवासीय सोसाइटी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
सिंध के स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 37 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
डान अखबार की खबर में कहा गया कि अभी हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मारे गए सभी लोग विमान में सवार यात्री थे या उस रिहायशी इलाके के लोग थे जहां यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
सिंध की स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अजरा पेचुहो ने कहा कि हादसे में तीन लोग बचे हैं।
बैंक ऑफ पंजाब के अध्यक्ष जफर मसूद इस हादसे में बच गए। उन्होंने अपनी मां को फोन कर अपने कुशल होने की जानकारी दी।
ईधी कल्याण ट्रस्ट के प्रवक्ता साद ईधी ने कहा कि ऐसे 25-30 रहवासियों को भी अस्पताल ले जाया गया है जिनके घरों को इस विमान हादसे में नुकसान पहुंचा है। उनमें से अधिकतर जलने से झुलस गए थे।
मंत्री ने कहा, “पहली प्राथमिकता लोगों को बचाने की है। मुख्य बाधा संकरी गलियां और आम लोगों की भारी मौजदगी थी जो वहां दुर्घटना के बाद इकट्ठा हो गए थे। उन्हें हटा दिया गया।”
पीआईए के अधिकारियों के मुताबिक, कैप्टन ने हवाई यातायात टावर को सूचित किया कि उसे विमान के लैंडिंग गियर में कुछ गड़बड़ी लग रही है और इसके बाद विमान रडार से गायब हो गया।
राष्ट्रपति आरिफ अलवी ने विमान हादसे में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कराची में पीआईए के यात्री विमान हादसे में लोगों की जान जाने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इस मामले में तत्काल जांच के आदेश दिये हैं।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने हादसे में लोगों की जान जाने पर अफसोस जताते हुए सेना को राहत व बचाव कार्य में नागरिक प्रशासन की हरसंभव मदद का निर्देश दिया
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस विमान हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
यह विमान लाहौर से कराची आ रहा था और नागर विमानन प्राधिकरण (सीएए) ने पिछले शनिवार को कई हफ्तों के लॉकडाउन के बाद सीमित संख्या में उड़ानों के संचालन की इजाजत दी थी।
टीवी चैनलों में दिखाया जा रहा है कि जिस जगह यह दुर्घटना हुई वहां कुछ घरों और कारों को नुकसान पहुंचा है।
बचावकर्मी व पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि बर्बाद हुए घरों से अब तक कम से कम चार शव मिल चुके हैं जबकि कई घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।
विमान में यात्रियों की सटीक संख्या को लेकर हालांकि विरोधाभासी खबरें आ रही हैं।
वरिष्ठ संयुक्त सचिव, विमानन, सत्तार खोखर ने पाकिस्तान टीवी को बताया कि विमान में 99 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य थे लेकिन पीआईए के प्रवक्ता अब्दुल्ला हफीज ने कहा कि विमान में 91 यात्री और चालक दल के सात सदस्य थे।
हफीज ने कहा कि विमान का स्थानीय समय के मुताबिक अपराह्न दो बजकर 37 मिनट पर हवाईअड्डे से संपर्क टूट गया था और अभी विमान में आई किसी तकनीकी गड़बड़ी के बारे में कुछ भी कहना बेहद जल्दबाजी होगा।
उन्होंने कहा कि यात्रियों में 31 महिलाएं और नौ बच्चे थे।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जमीन पर कितने लोग घायल हुए हैं। मीडिया में आई खबरों में दिखाया जा रहा है कि 10 घरों और कुछ गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है।
विमानन मंत्री गुलाम सरवर ने कहा कि विमान का लैंडिग गीयर काम नहीं कर रहा था।
पीआईए अध्यक्ष अरशद मलिक ने कहा कि पायलट ने नियंत्रण टावर को तकनीकी गड़बड़ी के बारे में बताया था। पायलट को बताया गया कि उतरने के लिये दो रनवे उपलब्ध हैं और उतरने से पहले उसने एक चक्कर लगाने का फैसला किया जिसके बाद यह हादसा हुआ।
सीएए ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और वायु सेना ने बचाव और राहत अभियान में मदद के लिये अपने दल भेजे हैं।
पीआईए का विमान कैप्टन सज्जाद गुल उड़ा रहे थे।
इस कालोनी के रहने वाले एक व्यक्ति ने एआरवाई न्यूज चैनल को बताया कि विमान के पंखों में आग लगी थी जो दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले कुछ घरों की छतों से टकराया।
पाकिस्तान में सात दिसंबर 2016 के बाद यह पहला बड़ा विमान हादसा है जब चित्राल से इस्लामाबाद आ रहा एक पीआईए एटीआर-42 विमान बीच में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार सभी 48 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में गायक और ईसाई धर्म के प्रचारक जुनेद जमशेद भी शामिल थे।
पीआईए के प्रवक्ता को उद्धृत करते हुए डॉन अखबार ने कहा, “हमारी प्रार्थनाएं परिवारों के साथ हैं। हम पारदर्शी तरीके से जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे।”
तस्वीरों में घटनास्थल से धुएं का गुबार उठता नजर आ रहा है। निवासियों की मदद के लिये एंबुलेंस और राहतकर्मी मौके पर मौजूद थे।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि सेना के त्वरित प्रतिक्रिया बल और सिंध पाकिस्तान रेंजर्स के जवान राहत और बचाव अभियान में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए मौके पर पहुंच गए हैं।
डॉन अखबार ने सिंध के स्वास्थ्य मंत्री के मीडिया समन्वयक मीरां यूसुफ को उद्धृत करते हुए कहा कि स्वास्थ्य एवं लोक कल्याण मंत्री ने घटना के बाद कराची के सभी प्रमुख अस्पतालों में आपात स्थिति की घोषणा की है।
यह हादसा उस दिन हुआ है जब पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने 22 मई से 27 मई तक ईद की छुट्टियों की घोषणा कर रखी है।
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