नयी दिल्ली, 22 सितंबर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने शुक्रवार को कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में शहरी स्थानीय निकायों की भागीदारी से स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में काफी सुधार होगा।
उन्होंने यहां ‘स्वास्थ्य प्रणालियों के लचीलेपन को मजबूत करने के लिए एक संयुक्त रोडमैप विकसित करना’ विषय पर राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
पंत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शहरी स्तर पर प्राथमिक और माध्यमिक स्वास्थ्य नेटवर्क को मजबूत करने की बहुत जरूरत है।
उन्होंने महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में इन राज्यों में शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के महत्वपूर्ण प्रभाव का हवाला देते हुए कहा, “स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में शहरी स्थानीय निकायों की भागीदारी से स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में काफी सुधार होगा और साथ ही यह शहरी निवासियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक किफायती और सुलभ बनाएगा।’’
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के मिलकर काम करने की सराहना करते हुए, पंत ने कहा कि टीम साथ में मिलकर बेहतर काम कर सकती हैं, जिससे शहरी आबादी के लिए अधिक टिकाऊ, स्वस्थ और सुरक्षित शहरी वातावरण तैयार होगा।
उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से बेहतर स्वास्थ्य देखभाल वितरण में कमियों को दूर करने की अपील की। पंत ने शहरी स्वास्थ्य देखभाल तंत्र को मजबूत करने तथा अधिक सहयोग के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं पर विचार-विमर्श और इन्हें आपस में साझा करने को प्रोत्साहित किया।
जोशी ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि शहरी आबादी की आवश्यकता के अनुसार और उनकी विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए शहरी क्षेत्र में स्थित स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूत किया जाना जरूरी है।
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