पंजाब के बाद हरियाणा कांग्रेस में बवाल, हूडा के लिए 19 MLA की फील्डिंग

हरियाणा कांग्रेस के 19 विधायकों ने राज्य में पार्टी के लिए ‘‘मजबूत नेतृत्व’’ की मांग करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को महत्वपूर्ण भूमिका देने की मांग रखी है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Photo Credits: IANS)

चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस के 19 विधायकों ने राज्य में पार्टी के लिए ‘‘मजबूत नेतृत्व’’ की मांग करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) को महत्वपूर्ण भूमिका देने की मांग रखी है. नयी दिल्ली में बृहस्पतिवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) में हरियाणा प्रभारी के साथ हुई बैठक में यह सुझाव दिया गया. बैठक में शामिल रहे एक प्रतिभागी ने यह जानकारी दी. राज्य में कांग्रेस के 31 विधायक हैं विधायकों ने यह मुद्दा भी उठाया कि राज्य में पिछले आठ साल से जिला इकाई में पार्टी अध्यक्ष नहीं हैं.

बैठक के बाद हरियाणा के लिये पार्टी प्रभारी विवेक बंसल ने यहां पत्रकारों से कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय से विधायकों की बैठक नहीं हुई है, ऐसे में उन सभी से राज्य की राजनीतिक स्थिति पर जानकारी लेने और पार्टी के संगठन और आगामी पंचायत चुनाव को लेकर परामर्श मांगा जा रहा है. बैठक में शामिल हुए हरियाणा कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि विधायकों ने कहा कि पार्टी को मजबूत बनाने के लिए ‘‘प्रदेश कांग्रेस समिति स्तर पर नेतृत्व में बदलाव’’ किया जाना चाहिए. यह भी पढ़े: पंजाब कांग्रेस में बवाल: मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह समिति के समक्ष हुए पेश

नेता ने शुक्रवार को कहा, ‘‘यह बताया गया कि राज्य में मजबूत नेतृत्व और शक्तिशाली नेता की जरूरत है, जो राज्य की राजनीतिक स्थितियों को पार्टी के पक्ष में मोड़े. इसके लिये, हुड्डा को महत्वपूर्ण भूमिका देने का अनुरोध किया गया है. उन्होंने कहा कि और विधायक बैठक में शामिल होते, लेकिन ऐसा नहीं हो सका, क्योंकि वे लोग उपलब्ध नहीं थे. उनमें से एक विधायक ने बृहस्पतिवार को ही कोविड का टीका लगवाया था.

बंसल के साथ विधायकों की बैठक पर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने शुक्रवार को इस मुद्दे को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा, ‘‘विधायक अपने पार्टी प्रभारी से मिल सकते .’’ उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी विधायकों के प्रदेश पार्टी प्रभारी से मिलने और कुछ कहने में मुझे कोई अनुशासनहीनता नजर नहीं आती है। यह उनका अधिकार है। बंसल साहब ने बाद में स्पष्ट किया भी कि यह बैठक क्योंjab हुई.

शैलजा ने कहा, ‘‘मुझे ऐसा कभी नहीं लगा कि 19 विधायक प्रदेश पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ प्रदेश पार्टी प्रभारी से मिलने जा रहे हैं, नाहीं किसी ने ऐसा कोई बयान दिया और नाहीं कहीं से कोई संकेत मिला है.

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