अहमदाबाद, 15 जून गुजरात के कच्छ जिले में सोमवार को भूकंप बाद के 15 झटके महसूस किए गए। इनमें से कुछ झटके चार तीव्रता से ज्यादा के थे। इससे एक दिन पहले इलाके में 5.3 तीव्रता का भूकंप आया था।
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन कुछ घरों में दरारें पड़ गईं हैं।
रविवार रात को 5.3 तीव्रता का भूकंप आया था जिसका केंद्र कच्छ के भचाउ से 10 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में स्थित था। यहीं पर 2001 में विनाशकारी भूकंप आया था।
गांधीनगर स्थित भूकंपीय अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) के एक वैज्ञानिक ने बताया कि रविवार रात और सोमवार को भूकंप के बाद के 15 झटके इलाके में महसूस किए गए हैं। इसमें सोमवार दोपहर 12 बजकर 57 मिनट पर आया 4.6 तीव्रता का झटका भी शामिल है। इसका केंद्र भचाउ में 15 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में था।
आईएसआर के वैज्ञानिक संतोष कुमार ने बताया कि ये रविवार रात को आए 5.3 तीव्रता के भूकंप के बाद आए झ़टके हैं और उनसे संबंधित आगे का अध्ययन किया जा रहा है।
अधिकारी ने बताया कि 4.6 तीव्रता के भूकंप बाद के झटके के पश्चात, दोपहर तीन बजकर 56 मिनट पर 4.1 तीव्रता का झटका महसूस किया गया और दोपहर एक बजकर 01 मिनट पर 3.6 तीव्रता का झटका आया जिनके केंद्र भचाउ में क्रमशः उत्तर-उत्तर पूर्व में छह और 11 किलोमीटर पर थे।
अधिकारी ने बताया कि 1.4 से लेकर 3.1 तीव्रता के भूकंप बाद के झटके भी महसूस किए गए हैं।
कच्छ की कलेक्टर प्रवीणा डीके ने कहा कि जान और माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। हालांकि भूकंप के केंद्र के पास स्थित कुछ घरों में दरारें पड़ गई हैं।
रविवार रात को आया 5.3 तीव्रता का भूकंप सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात के जिलों के कई इलाकों में भी महसूस किया गया, खासकर राजकोट और पाटन में, जहां बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
लोगों ने कहा कि इसने 26 जनवरी 2001 को आए 7.7 तीव्रता भूकंप की यादें ताजा कर दीं जिसने कच्छ में तबाही मचाई थी।
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