सूरत, 26 अप्रैल जिले के एक निजी अस्पताल के गहन देखभाल कक्ष (आईसीयू) में रविवार रात आग लगने के बाद कोविड-19 के 16 अत्यंत गंभीर मरीजों को बाहर निकाला गया और अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया था । हालांकि इनमें से गंभीर रूप से बीमार कम से कम चार मरीजों की मौत हो गई। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी ।
उन्होंने बताया कि सूरत स्थित बहुमंजिला इमारत के पांचवें तल पर आयुष अस्पताल में रविवार रात 11 बजकर 40 मिनट पर आग लग गई थी जिसके बाद आईसीयू में भर्ती 16 मरीजों को बाहर निकालकर विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
सूरत नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 16 मरीजों में से चार मरीजों की मौत हो गई, जिन्हें सूरत के निगम-संचालित एसएमआईएमईआर और निजी संजीवनी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था।
उपायुक्त (स्वास्थ्य) आशीष नाइक ने कहा, "संजीवनी अस्पताल में तीन मरीजों की मौत हो गई, जबकि एक और मरीज की मौत एसएमआईएमईआर में हुई।’’
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया था कि अस्पताल में आग लगने के कारण कोई हताहत नहीं हुआ था क्योंकि सभी 16 रोगियों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया था और उन्हें अन्य अस्पतालों में ले जाया गया था।
एसएमसी उपायुक्त एन वी उपाध्याय ने कहा, ‘‘जहां तक अग्निशमन विभाग का संबंध है, सभी मरीजों को अन्य अस्पतालों में ठीक से स्थानांतरित कर दिया गया था।’’
इन 16 मरीजों में से आठ को एसएमआईएमईआर एवं सिविल अस्पताल और बाकी को निजी अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया था।
स्टेशन रोड पर एक इमारत की पांचवीं मंजिल पर स्थित आयुष अस्पताल के आईसीयू वार्ड में एयर कंडीशनर यूनिट में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल की 15 वाहन लगाये गए थे।
आग पर जल्द काबू पा लिया गया लेकिन आईसीयू वार्ड में भर्ती सभी मरीजों को दूसरे अस्पतालों में स्थानांतरित करना पड़ा।
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