नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के आसूचना अधिकारियों ने चालू वित्त वर्ष में अब तक 1.36 लाख करोड़ रुपये की कर चोरी का पता लगाया है। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कर चोरी से निपटने के लिए जीएसटी आसूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई) देश भर में अपने खुफिया नेटवर्क का उपयोग करने के अलावा डेटा विश्लेषण के लिए उन्नत उपकरणों के माध्यम से विशेष रूप से कर चोरी के नए तरीकों की खुफिया जानकारी पता करता है।
जीएसटी अधिकारियों ने वित्त वर्ष 2022-23 में लगभग एक लाख करोड़ रुपये की कर चोरी का पता लगाया था। चालू वित्त वर्ष के छह महीनों के अंदर ही कर चोरी ने पिछले समूचे वित्त वर्ष का आंकड़ा पार कर लिया है।
मंत्रालय ने कहा, “कुल मिलाकर वित्त वर्ष 2023-24 में कुल जीएसटी चोरी (नकली आईटीसी सहित) के रूप में 1.36 लाख करोड़ रुपये का पता चला है। इसके एवज में 14,108 करोड़ रुपये का स्वैच्छिक भुगतान किया गया है।”
चालू वित्त वर्ष में अब तक 14,000 करोड़ रुपये मूल्य के कुल 1,040 फर्जी आईटीसी मामलों का पता चला है। अब तक फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का दावा करने वाले 91 धोखेबाजों को पकड़ा जा चुका है।
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