कनाडा की एडवाइजरी ने अमेरिका जाने वाले एलजीबीटीक्यू समुदाय के लोगों को चेताया है कि वो कुछ अमेरिकी राज्यों में जाने से पहले वहां के स्थानीय कानूनों के बारे में जानकारी हासिल कर लें.कनाडा की सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें एलजीबीटीक्यू समुदाय के लोगों को कुछ अमेरिकी राज्यों में जाने से पहले वहां के स्थानीय कानूनों के बारे में सावधान रहने के लिए कहा गया है. एडवाइजरी में कहा गया है कि कुछ राज्यों ने ऐसे कानून बनाए हैं, जो एलजीबीटीक्यूआई प्लस समुदाय को प्रभावित कर सकते हैं. ऐसे में अमेरिका की यात्रा कर रहे कनाडाई लोगों को संबंधित कानूनों के बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए.
कनाडा की ट्रैवल एडवाइजरी में ज्यादातर कुछ देशों में चल रही राजनीतिक अस्थिरता या प्राकृतिक आपदाओं के बारे में चेतावनी दी जाती है. हालांकि इस चेतावनी के बावजूद अमेरिका यात्रा करने वालों के लिए 'ओवरऑल रिस्क प्रोफाइल' को ग्रीन ही रखा गया है. यह इंगित करता है कि यहां यात्रा के लिए सामान्य सुरक्षा एहतियात ही बरते जाने की जरूरत है. बता दें कनाडा से सबसे ज्यादा लोग अमेरिका की ही यात्रा करते हैं.
अमेरिकी राज्यों में तेजी से बढ़ रहे हैं एंटी एलजीबीटीक्यू कानून
अमेरिका के कई राज्यों में सरकारें तेजी से एंटी एलजीबीटीक्यू कानून पेश कर रही हैं. एलजीबीटीक्यू अधिकारों की वकालत करने वाले एक समूह 'द ह्यूमन राइट्स कैंपेन' ने कहा है कि केवल इसी साल 41 अमेरिकी राज्यों में 525 एंटी-एलजीबीटीक्यू कानून पेश किए जा चुके हैं. जून की शुरुआत तक इनमें से 76 को कानून का रूप दिया जा चुका है. यह संख्या अब तक किसी भी साल में पास हुए ऐसे कानूनों से ज्यादा और पिछले साल पास हुए ऐसे कानूनों के मुकाबले दोगुनी है.
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अपने 40 साल के इतिहास में पहली बार 'द ह्यूमन राइट्स कैंपेन' ने अपनी ओर से अमेरिका के एलजीबीटी लोगों के लिए इमरजेंसी की घोषणा कर दी है.
बाइडेन प्रशासन से बातचीत पर बोलने से इंकार
कनाडा की डिप्टी पीएम क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने बताया कि सरकार ने कनाडा के खास समूहों को होने वाले खास तरह के खतरों पर निगरानी रखने के लिए विशेषज्ञों की नियुक्ति की है. हालांकि उन्होंने यह बताने से इंकार कर दिया कि एडवाइजरी से पहले क्या बाइडेन प्रशासन से बातचीत की गई थी.
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'स्टैटिस्टिक्स कनाडा' के मुताबिक इस देश में करीब 4 करोड़ लोग रहते हैं, जिनमें से लाखों लोग खुद को खुलकर एलजीबीटीक्यू समुदाय से संबंधित बताते हैं.
एडी/एसएम (रॉयटर्स, एएफपी)