नयी दिल्ली, आठ अप्रैल वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को निर्यातकों से सरकारी ‘बैसाखी’ की मदद नहीं लेने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि निर्यात से जुड़े अत्यावश्यक और महत्वपूर्ण आर्डर कुछ आर्डर जारी कराने को उनका मंत्रालय पूरा प्रयास करेगा जो किन्हीं कारणों से अटके पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय निर्यात को गति देने के लिये जोर-शोर से काम कर रहा है और निर्यात अवसर बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। आईटी उद्योग का उदाहरण देते हुए मंत्री ने नियातकों से सरकारी बैसाखी की मदद नहीं लेने का आह्वान किया।
मंत्री और विभिन्न निर्यात संवर्धन परिषद की वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा हुई।
बैठक का मकसद जमीनी स्थिति का आकलन तथा निर्यातकों को कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिये जारी ‘लॉकडाउन’ (बंद) के चलते होने वाली समस्याओं का आकलन करना था।
देशव्यापी बंद के बाद इस प्रकार की यह तीसरी बैठक थी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मंत्री ने आश्वस्त किया कि जो भी महत्वपूर्ण और तत्काल जरूरत वाले निर्यात आर्डर हैं और किन्हीं कारणों से अटके हैं, उसे जल्द अमल में लाया जाएगा। मंत्रालय निर्यात को गति देने के लिये जोर-शोर से काम कर रहा है और निर्यात अवसरों को बढ़ाने पर गौर किया जा रहा है।’’
गोयल ने निर्यातकों से कोरोना वायरस संकट के बाद के अवसरों का उपयोग करने के लिये तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता में सुधार, क्षमता निर्माण और प्रतिस्पर्धी मूल्य से क्षमता के उपयोग में मदद मिलेगी।
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