नयी दिल्ली, 12 दिसंबर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को उद्योग जगत के दिग्गजों से दिव्यांगजनों को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसरों के माध्यम से सशक्त बनाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि उद्योग जगत को ब्रेल लिपि में कौशल विकास उपलब्ध कराने के तरीके खोजने चाहिए और अन्य शारीरिक अक्षमता वाले लोगों के लिए भी कौशल विकास उपलब्ध कराना चाहिए।
गोयल ने कहा कि कुछ ऐसे कौशल विकसित करने की आवश्यकता है जो उन्हें स्वतंत्र बनने में मदद करेंगे।
मुंबई में एसईईपीजेड के उदाहरण का उल्लेख करते हुए गोयल ने प्रतिभागियों को दिव्यांगजन की ताकत की पहचान करके और उन्हें रोजगार योग्य बनाकर उन्हें सक्षम बनाने को एक मिशन के रूप में लेने का सुझाव दिया।
एसईईपीजेड में 1,500 दृष्टिबाधित बच्चों को रत्न और आभूषण क्षेत्र द्वारा उसी उद्योग में नौकरियों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “शिकायत और ग्राहक सहायता केंद्र ऐसे क्षेत्र हैं जहां दिव्यांगजन काम कर सकते हैं, और यहां तक कि खेल में भी। हम दिव्यांगजनों को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए खेल महोत्सवों को भी बढ़ावा दे सकते हैं।”
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