नयी दिल्ली, सात जून सरकार ने रविवार को कहा कि कोविड-19 नयी बीमारी है जिसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है। इसके साथ ही सरकार ने लॉकडाउन लागू करने के समय का बचाव किया और मीडिया की उन खबरों को ‘आधारहीन’ बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि कोविड-19 के खिलाफ रणनीति बनाने में विशेषज्ञों की राय नहीं ली जा रही है।
सरकार ने यह भी कहा कि वह सामने आ रही जानकारी और जमीनी अनुभवों के आधार पर कोविड-19 के खिलाफ रणनीति को दुरुस्त कर रही है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि मीडिया का एक धड़ा महामारी से लड़ने को लेकर भारत के फैसलों पर खबरें दे रहा है। सरकार ने जोर दिया कि कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि की पुष्ठभूमि में लॉकडाउन का फैसला किया गया।
मंत्रालय ने कहा कि संक्रमित मामलों के दोगुना होने की दर निम्न स्तर पर है जिसके बढ़ने से अधिक मामले सामने आए और मृत्यु दर बढ़ने का खतरा था जैसा कई पश्चिमी देशों ने अनुभव किया। कोविड-19 मरीजों की बाढ़ से स्वास्थ्य सेवा के धराशायी होने की आशंका वास्तविकता हो जाती।
बयान में कहा गया कि लॉकडाउन को लेकर सभी राज्य सरकारों के बीच सहमति थी।
मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने पहले ही लॉकडाउन और अन्य पाबंदियों से लाखों संक्रमण और हजारों मौतों के टलने संबंधी सूचना साझा की है। इससे स्वास्थ्य प्रणाली और लोगों की तैयारियों में बहुत फायदा हुआ है।
मंत्रालय ने कहा कि नीतियों और रणनीति को लगातार संशोधित करने की जरूरत है ताकि देश के सामने तेजी से बदल रही परिस्थितियों का सामना किया जा सके।
बयान के मुताबिक, ‘‘ यह नया वायरस है और अभी तक इसके बारे में पूर्ण जानकारी उपलब्ध नहीं है। सरकार सामने आ रही जानकारियों और जमीनी अनुभवों के आधार पर रणनीति को प्रभावी बना रही है।’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘जनस्वास्थ्य में यह सर्वज्ञात है कि महामारी के विभिन्न चरणों में अलग-अलग प्रतिक्रिया की जरूरत होती है। चरणबद्ध प्रतिक्रिया लचीले स्वास्थ्य प्रणाली की एक सकारात्मक विशेषता के रूप में जानी जाती है।’’
मंत्रालय ने कहा कि मीडिया के एक धड़े ने कोविड-19 को नियंत्रित करने और प्रबंधन करने की सरकार की कोशिश पर चिंता जताते हुए कहा कि विशेषज्ञों के विचारों को शामिल नहीं किया गया है।
बयान में कहा, ‘‘यह चिंताएं और आरोप मिथ्या और आधारहीन हैं। सरकार लगातार विशेषज्ञों से परामर्श कर रही है ताकि कोरोना वायरस महामारी से मुकाबला के लिए तकनीकी और रणनीतिक जानकारी के साथ ही वैज्ञानिक विचार और विशेष मार्गदर्शन लिए जा सकें।’’
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