लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) मुकुल गोयल (Mukul Goyal) को विभागीय कार्यों में दिलचस्पी नहीं लेने के आरोप में हटाए जाने की आलोचना करते हुए रविवार को कहा कि उन्हें 'बचकाने' आरोप लगाकर हटाया गया है. यादव ने सवाल उठाया कि जब गोयल की नियुक्ति की जा रही थी तो क्या उस समय उनकी योग्यता की जांच नहीं की गई थी?
उन्होंने रविवार को एक ट्वीट कर कहा, "उत्तर प्रदेश के डीजीपी को ये आरोप लगाकर हटाना कि वो शासकीय कार्य की अवहेलना करते थे, विभागीय कार्य में रुचि न लेते थे व अकर्मण्य थे, बेहद बचकाने बहाने हैं. इससे पुलिस बल का मनोबल गिरा है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने इसी ट्वीट में कहा "क्या उनकी (गोयल) नियुक्ति के समय उनकी योग्यता की जांच नहीं की गयी थी, ऐसे में उनका चयन करने वाले भी दोषी हुए. यह भी पढ़े: Kanpur Encounter: अखिलेश यादव ने कानपुर एनकाउंटर को लेकर सरकार पर साधा निशाना, कहा- निष्पक्ष जांच भी उनसे करवाई जा रही है, जो खुद कठघरे में खड़े हैं
अखिलेश यादव का ट्वीट:
उप्र के DGP को ये आरोप लगाकर हटाना कि वो शासकीय कार्य की अवहेलना करते थे, विभागीय कार्य में रुचि न लेते थे व अकर्मण्य थे, बेहद बचकाने बहाने हैं। इससे पुलिस बल का मनोबल गिरा है। क्या उनकी नियुक्ति के समय उनकी योग्यता की जाँच नहीं की गयी थी, ऐसे में उनका चयन करने वाले भी दोषी हुए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 15, 2022
गौरतलब है कि पिछले साल जून में उत्तर प्रदेश के डीजीपी बने मुकुल गोयल को पिछले हफ्ते शासकीय कार्यों में दिलचस्पी नहीं लेने के आरोप में प्रदेश पुलिस प्रमुख के इस पद से हटा दिया गया था. उन्हें नागरिक सुरक्षा महानिदेशक के पद पर भेजा गया. बाद में डी एस चौहान को प्रदेश का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया था.
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