जरुरी जानकारी | सरकार ने 2021-22 के रबी विपणन सत्र में रिकॉर्ड 4.33 करोड़ टन गेहूँ खरीदा

नयी दिल्ली, 26 जुलाई खाद्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि सरकार ने 2021-22 के रबी विपणन सत्र में रिकॉर्ड 4.33 करोड़ टन गेहूं की खरीद की है।

गेहूं विपणन का मौसम अप्रैल से मार्च तक होता है, लेकिन आम तौर पर पहले तीन-चार महीनों में थोक खरीद की जाती है।पिछला रिकॉर्ड 2020-21 रबी विपणन सत्र में 3.89 करोड़ टन का था।

मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा, "वर्तमान विपणन सत्र 2021-22 की समाप्ति के बाद गेहूं की खरीद करने वाले ज्यादातर राज्यों से 4.33 करोड़ टन गेहूं की खरीद के साथ यह खरीद अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।"

विज्ञप्ति के अनुसार 85,581.39 करोड़ रुपय के एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के साथ गेहूं के मौजूदा खरीद अभियानों से लगभग 49.15 लाख किसान पहले ही लाभान्वित हो चुके हैं।

हालांकि, 2020-21 के खरीफ के मौसम में उगाए गए धान की खरीद अभी भी जारी है। खरीफ धान की खरीद अक्टूबर से सितंबर के बीच की जाती है।

मंत्रालय ने कहा कि धान की खरीद सुचारु रूप से जारी है और अब तक 8.69 करोड़ टन धान खरीदा जा चुका है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 7.59 करोड़ टन था।

यह खरीद वर्ष 2019-20 में खरीफ के मौसम में की गयी 7.73 करोड़ टन धान की खरीद के पिछले उच्चतम स्तर को पार करते हुए अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।

मंत्रालय ने कहा कि 1,64,217.43 करोड़ रुपये के एमएसपी मूल्य के साथ खरीफ धान की खरीद से लगभग 128.38 लाख किसान पहले ही लाभान्वित हो चुके हैं।

दलहन और तिलहन के मामले में सरकार ने अब तक 5,662.82 करोड़ रुपये के एमएसपी मूल्य पर नोडल एजेंसियों के माध्यम से कुल 10.49 लाख टन की खरीद की है।

तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा, ओडिशा और राजस्थान के लगभग 6.38 लाख किसान दलहन और तिलहन की खरीद से लाभान्वित हुए हैं।

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