जरुरी जानकारी | सरकार ने डीएपी, अन्य फॉस्फेट व पोटाश उर्वरकों की सब्सिडी में वृद्धि को अधिसूचित किया

नयी दिल्ली, 20 मई सरकार ने बृहस्पतिवार को डीएपी और अन्य फॉस्फेट व पोटाश (पी एंड के) उर्वरकों की सब्सिडी में वृद्धि को अधिसूचित कर दिया। यह इस साल अक्टूबर तक प्रभाव में रहेगी।

पी एंड के उर्वरकों पर सब्सिडी 2010 से पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) योजना के तहत संचालित हैं। अप्रैल में पोषक तत्वों (नाइट्रोजन, फॉस्फेट, पोटाश और सल्फर) के लिये एनबीएस दरों में चालू वित्त वर्ष के लिये कोई बदलाव नहीं किया गया था।

हालांकि 19 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में फॉस्फेट पर सब्सिडी बढ़ाने का निर्णय किया गया ताकि ‘डाइ-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) वैश्विक बाजार में महंगा होने के बावजूद किसानों के लिये पुरानी दर पर उपलब्ध हो।

यूरिया के बाद सर्वाधिक खपत डीएपी की होती है।

उर्वरक मंत्रालय ने अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि फॉस्फेट पर एनबीएस दर को पिछले साल के 18.78 रुपये प्रति किलो से बढ़ाकर 45.32 रुपये प्रति किलो किया गया है।

वहीं नाइट्रोजन, पोटाश और सल्फर के लिये एनबीएस दरें पिछले साल के स्तर पर बरकरार है।

मंत्रालय के अनुसार डीएपी और पीएंडके उर्वरकों के अन्य ग्रेड पर बढ़ी हुई सब्सिडी 20 मई को जारी अधिसूचना की तारीख से 31 अक्टूबर तक लागू होगी।

बयान के अनुसार इसका मतलब है कि डीएपी उर्वरक पर प्रति बोरी (50 किलो) सब्सिडी 500 रुपये से बढ़ाकर 1,200 रुपये प्रति बोरी कर दी गई है। यह लगभग 140 प्रतिशत की वृद्धि है।

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