नयी दिल्ली, 27 फरवरी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्र सरकार ने पहली बार के मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने और चुनाव प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के वास्ते मंगलवार को एक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया।
केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्रालय और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एक नारा - ‘बनेगा देश महान, जब वोट करेंगे हम’, दिया जिसका उद्देश्य आगामी लोकसभा चुनाव में वोट करने के पात्र देश के पहली बार के करीब 1.85 करोड़ मतदाताओं को प्रोत्साहित करना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में ‘मेरा पहला वोट देश के नाम’ हैशटैग का उपयोग करते हुए कहा, ‘‘आइए हम अपनी चुनाव प्रक्रिया को और अधिक सहभागी बनाएं। मैं सभी वर्गों के लोगों से पहली बार के मतदाताओं के बीच अपने अंदाज में इस संदेश को फैलाने का आह्वान करता हूं।’’
केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘देश के लोकतंत्र के अपने सबसे बड़े उत्सव के लिए तैयार होने पर, मैं आप सभी से ‘मेरा पहला वोट देश के लिए’ अभियान में शामिल होने और युवा मतदाताओं को अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध करता हूं।’’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उन्होंने देश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को युवा शक्ति को प्रेरित करने, मतदान की अहमियत पर जोर देने और सूचित विकल्प चुनने के लिए 28 फरवरी से 6 मार्च तक अपने परिसरों में व्यापक मतदाता जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने का निर्देश दिया है।
आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 110वीं कड़ी में निर्वाचन आयोग के अभियान ‘मेरा पहला वोट-देश के लिए’ का उल्लेख करते हुए मोदी ने पहली बार मतदान के पात्र युवाओं से अधिक-से-अधिक संख्या में मतदान करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा था, ‘‘भारत को, जोश और ऊर्जा से भरी अपनी युवा शक्ति पर गर्व है। हमारे युवा-साथी चुनावी प्रक्रिया में जितनी अधिक भागीदारी करेंगे, इसके नतीजे देश के लिए उतने ही लाभकारी होंगे। मैं भी पहली बार मतदान करने जा रहे युवाओं से आग्रह करूंगा कि वे रिकार्ड संख्या में मतदान करें।’’
भारत में 18-19 वर्ष के आयु वर्ग में करीब 1.85 करोड़ पहली बार के मतदाता हैं जो अप्रैल-मई में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव में वोट डालने के पात्र हैं।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘इस पहल का मुख्य उद्देश्य युवा मतदाताओं को वोट करने के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें देश के वृहद हित में मतदान की महत्ता बताना है।’’
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि विश्वविद्यालयों/कॉलेज/उच्च शिक्षण संस्थानों में कुछ स्थानों को चिह्नित किया गया है जहां संबंधित संस्थान मतदाता जागरूकता से संबंधित गतिविधियां आयोजित करेंगे।
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