Bird Flu: मध्य प्रदेश में कौवों की मौत के बाद सरकार ने बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया

इंदौर में मरे हुए कौवों में घातक वायरस पाए जाने के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने सोमवार को राज्य में बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी किया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: Wikimedia Commons)

भोपाल:  इंदौर में मरे हुए कौवों में घातक वायरस पाए जाने के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने सोमवार को राज्य में बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी किया है. मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग की विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘ प्रदेश में हो रही कौवों की मृत्यु पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिये पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल के निर्देश पर अलर्ट जारी किया गया है.’’ इसके अलावा, प्रदेश के सभी जिलों को सतर्क रहने तथा किसी भी प्रकार की परिस्थिति में कौवों और पक्षियों की मृत्यु की सूचना पर तत्काल रोग नियंत्रण के लिये भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं.

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘प्रदेश में 23 दिसम्बर से 3 जनवरी 2021 तक इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13 और सीहोर में नौ कौवों की मृत्यु हुई है. मृत कौवों के नमूने तत्काल भोपाल स्थित स्टेट डी.आई. प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं.’’ Bird Flu in India 202: हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू ने दी दस्तक, कांगड़ा में चिकन और अंडों की बिक्री पर रोक.

इंदौर में नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर त्वरित प्रतिक्रिया दल द्वारा कार्यवाही की जा रही है. विज्ञप्ति के अनुसार, जिलों में पदस्थ पशुपालन विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि कौवों की मृत्यु की सूचना प्राप्त होते ही जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में स्थानीय प्रशासन और अन्य विभागों के समन्वय से तत्काल नियंत्रण एवं शमन की कार्यवाही कर रिपोर्ट भेजें.

साथ ही पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद बाजार, फार्म, जलाशयों एवं प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखते हुए प्रवासी पक्षियों के नमूने एकत्र कर भोपाल लैब को भेजें. रोग नियंत्रण कार्य में लगे हुए अमले को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीपीई किट, एंटी वायरल ड्रग, मृत पक्षियों, संक्रमित सामग्री एवं आहार का डिस्पोजल और डिसइन्फेक्शन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं.

पशुपालन मंत्री पटेल ने कहा, ‘‘कौवों में पाया जाने वाला वायरस एच5एन8 अभी तक मुर्गियों में नहीं मिला है. मुर्गियों में पाया जाने वाला वायरस सामान्यत: एच5एन1 होता है.’’ पटेल ने लोगों सेअपील की कि पक्षियों की मृत्यु की सूचना तत्काल स्थानीय पशु चिकित्सा संस्था या पशु चिकित्सा अधिकारी को दें.

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