नयी दिल्ली, चार जुलाई देश की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत है और यह वैश्विक चुनौतियों से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है। केंद्र सरकार चालू वित्त वर्ष राजकोषीय घाटे को जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के 6.4 प्रतिशत पर बनाये रखने को पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सूत्रों ने सोमवार को यह कहा।
सूत्रों ने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की ऊंची कीमत से निपटने के लिये कदम उठा रही है।
देश अपनी कच्चा तेल जरूरतों का 85 प्रतिशत आयात के जरिये पूरा करता है। और डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में कमी से आयात महंगा हुआ है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल समेत जिंसों के दाम उच्च स्तर पर हैं और इससे भारत और अन्य देशों में महंगाई बढ़ी है।
सूत्रों ने कहा कि सरकार 6.4 प्रतिशत राजकोषीय घाटा लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध है। कच्चे तेल के दाम में तेजी से निपटने के लिये कदम उठाये जा रहे हैं।
उसने कहा, ‘‘निश्चित रूप से वैश्विक चुनौतियां हैं। लेकिन देश की वृहद आर्थिक बुनियाद काफी मजबूत है और चुनौतियों से निपटने में सक्षम है।’’
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