पणजी, 21 जुलाई गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे ने कहा कि राज्य के तटों पर कानूनों को लागू करने के लिए उनके विभाग के पास अधिकारों की कमी है और इसके लिए वह पुलिस पर निर्भर हैं। उन्होंने पर्यटन अधिनियम में संशोधन की जरूरत बताई।
गोवा विधानसभा में बुधवार रात को खौंटे ने कहा कि उनका विभाग अपना सुरक्षा बल तैनात करने पर विचार कर रहा है और एकीकृत तट प्रबंधन नीति का प्रस्ताव दिया गया है जिसमें तटों पर लाइफगार्ड, स्वच्छता, सुरक्षा, निगरानी एवं रोशनी की व्यवस्था शामिल होगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में तटों पर कांच के टुकड़ें फेंके जाते हैं जो आगंतुकों के लिए खतरा हैं।
उन्होंने कहा, “ मेरे विभाग के कर्मचारी तट पर नंगे पैर चलने की हिम्मत नहीं करते हैं। तटरेखा तक कांच की बोतलें कैसे पहुंच जाती हैं? कोई कानून प्रवर्तन नहीं है।”
मंत्री ने कहा कि कि पर्यटन विभाग तट पर कानून प्रवर्तन के लिए पुलिस महकमे पर निर्भर है।
उन्होंने कहा, “ आज, हमारे पास अधिकार नहीं हैं। हम पुलिस पर निर्भर हैं। आज हमें कानून बनाने और नए अधिनियम (पर्यटन एवं व्यापार कानून) के साथ आने की जरूरत है।”
खौंटे ने कहा कि उत्तर गोवा जिले में कलंगुट तट पट्टी से लेकर अंजुना-वेगेटर तट तक कई अवैध गतिविधियां हो रही हैं।
उन्होंने कहा, “एक मंत्री के तौर पर, मुझे इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश देने चाहिए लेकिन वहां इनको लागू भी किया जाना चाहिए। इसलिए हम अपना सुरक्षा बल तैनात करने पर विचार कर रहे हैं।”
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