देश की खबरें | गोवा: स्थानीय लोगों, नेताओं ने आरएसएस के पूर्व गोवा प्रमुख वेलिंगकर के खिलाफ प्रदर्शन किया

पणजी, छह अक्टूबर गोवा के संरक्षक संत सेंट फ्रांसिस जेवियर के संबंध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की राज्य इकाई के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर की विवादित टिप्पणी के लिए रविवार को ओल्ड गोवा में स्थानीय लोगों और नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

समान विचारधारा वाले लोग सुबह विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए और उन्होंने स्थानीय पुलिस थाने में एक ज्ञापन प्रस्तुत किया, जिसमें मांग की गई कि सेंट फ्रांसिस जेवियर की दशवार्षिक प्रदर्शनी पूरी होने तक वेलिंगकर को निर्वासित किया जाए।

सेंट फ्रांसिस जेवियर के स्मृतिचिह्नों की प्रदर्शनी नवंबर 2024 और जनवरी 2025 के बीच आयोजित की जाएगी।

बिचोलिम पुलिस ने शुक्रवार को वेलिंगकर के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया था। उन्होंने संरक्षक संत पर टिप्पणी की थी, जिनके स्मृतिचिह्न ओल्ड गोवा स्थित ‘बेसिलिका ऑफ बोम जीसस’ में संरक्षित हैं।

आम आदमी पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष अमित पालेकर ने ओल्ड गोवा में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “राज्य की शांति और सद्भाव को भंग न होने दें। हम सदियों से शांति से रह रहे हैं और इसे नष्ट नहीं किया जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को ऐसे मुद्दों से निपटने में अधिक जिम्मेदारी दिखानी चाहिए और सवाल किया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कोई भी विधायक प्रदर्शनकारियों के साथ क्यों नहीं खड़ा है।

तृणमूल कांग्रेस की गोवा इकाई के सह-संयोजक समिल वोल्वोइकर ने कहा कि सभी धर्मों के लोग सेंट फ्रांसिस जेवियर का सम्मान करते हैं और वेलिंगकर द्वारा दिये गये बयानों से राज्य में अनावश्यक समस्याएं पैदा हुई हैं।

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