कोलकाता, पांच अक्टूबर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में शनिवार को दलदली जमीन में 10-वर्षीय एक लड़की का शव मिला, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने वहां एक पुलिस चौकी में आगजनी करने के अलावा वाहनों में तोड़फोड़ भी की।
पुलिस के मुताबिक, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शुक्रवार शाम से लापता नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई तथा पुलिस ने उनकी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई नहीं की।
जयनगर इलाके में शनिवार सुबह स्थानीय लोगों ने जैसे ही लड़की का शव बरामद किया, भीड़ ने पुलिस चौकी में आग लगा दी और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने चौकी के बाहर खड़े कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की और पुलिसकर्मियों को परिसर छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को भेजा गया और एसडीपीओ एवं अन्य वरिष्ठ पुलिसकर्मियों को मौके पर ही रोकने की कोशिश कर रही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए।
एक स्थानीय व्यक्ति ने दावा किया, ‘‘लड़की के परिजनों ने इलाके के महिसमारी चौकी में प्राथमिकी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई नहीं की।’’
एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि पुलिस ने उसी तरह व्यवहार किया, जैसा उन्होंने आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद किया था।
गणेश डोलुई नामक एक स्थानीय ने कहा, ‘‘हम तब तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे जब तक कि हमारी नाबालिग बेटी के दुष्कर्म और हत्या में शामिल सभी लोगों को सजा नहीं मिल जाती। हम उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करते हैं, जिन्होंने शिकायत पर देरी से कार्रवाई की, जिसके कारण उसकी मौत हो गयी। अगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की होती तो लड़की को बचाया जा सकता था।’’
हालांकि, पुलिस ने कहा कि शिकायत मिलने के तुरंत बाद कार्रवाई की गई और लड़की के साथ कथित दुष्कर्म एवं हत्या के सिलसिले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘शुक्रवार रात नौ बजे प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस हरकत में आई और शुरुआती जांच के बाद आज सुबह एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले की जांच जारी है और हम मृतक के परिवार के साथ हैं।’’
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