बदायूं, 24 अक्टूबर : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में बुधवार को राजकीय मेडिकल कालेज में कथित रूप से इलाज न मिलने के कारण बुखार से पीड़ित पांच वर्षीय एक बच्ची की मौत हो गई और परिजन का आरोप है कि चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी इलाज करने के दौरान क्रिकेट खेलने में मसरूफ रहे जिसके बाद जांच के लिये तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है. राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि जिले के मूसाझाग थाना क्षेत्र के थलिया नगला के निवासी नाजिम बुखार की शिकायत होने पर अपनी बेटी सोफिया को बुधवार दोपहर मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे थे.
प्राचार्य ने कहा, ‘‘नाजिम ने आरोप लगाया कि मेडिकल कॉलेज में बाल रोग विशेषज्ञ मौजूद नहीं था. बाद में स्वास्थ्यकर्मियों ने बच्ची को इलाज के लिये अलग-अलग कमरों में भेजा लेकिन वहां कोई भी चिकित्सक या कर्मचारी मौजूद नहीं था. इसी दौरान बच्ची की मौत हो गयी.’’ नाजिम ने दावा किया कि जब उन्होंने मेडिकल कॉलेज के बाहर आकर देखा तो चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी क्रिकेट खेल रहे थे. आरोप है कि काफी मिन्नत करने और गिड़गिड़ाने के बावजूद किसी भी चिकित्सक या स्वास्थ्यकर्मी ने बच्ची का इलाज नहीं किया और लगभग तीन घंटे तक तड़पने के बाद सोफिया ने अपनी मां की गोद में ही दम तोड़ दिया. यह भी पढ़ें : पुणे में पानी की टंकी गिरने से पांच श्रमिकों की मौत, पांच घायल
डॉ. कुमार ने बताया कि यह बहुत दुखद घटना है और मामले की जांच के लिए तीन चिकित्सकों की एक समिति गठित कर दी गई है. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा इलाज न करने के बजाय क्रिकेट मैच खेलने के आरोप पर उन्होंने कहा कि मैच बाह्य रोगी विभाग के चिकित्सक नहीं खेल रहे थे. उन्होंने कहा कि संभवत: जिन चिकित्सकों का अवकाश था वे क्रिकेट खेल रहे होंगे.