मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नहरों-बांधों के जल की बर्बादी रोकने और सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिये 37 करोड़ रुपये दिये
राजस्थान के बांधों और नहरों के जल की बर्बादी को रोकने तथा सिंचाई क्षमता को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करीब 37 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं. इस राशि में से 10 करोड़ रुपये की लागत से बांसवाड़ा जिले के कागदी बांध का जीर्णोद्धार होगा.
जयपुर, 17 मार्च : राजस्थान के बांधों और नहरों के जल की बर्बादी को रोकने तथा सिंचाई क्षमता को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने करीब 37 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं. इस राशि में से 10 करोड़ रुपये की लागत से बांसवाड़ा जिले के कागदी बांध का जीर्णोद्धार होगा. इसके अलावा 11.73 करोड़ रुपये की लागत से जयपुर के कालवाड़ तहसील में गजाधरपुरा एसटीपी से कालख बांध तक जा रही नहर की लाइनिंग का कार्य किया जाएगा.
सवाई माधोपुर जिले के बामनवास तहसील स्थित मोरा सागर बांध से निकली नहर का लाइनिंग कार्य भी 15.03 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा. लाइनिंग का आशय जल रिसाव रोकने के मकसद से नहर के दोनों किनारों पर एक अपारगम्य सतह का निर्माण करने से है. एक सरकारी बयान के अनुसार गहलोत के इस निर्णय से प्रदेश की सिंचाई क्षमता में वृद्धि होगी तथा व्यर्थ बहने वाले जल की मात्रा को न्यूनतम किया जा सकेगा. यह भी पढ़ें : Mumbai: अमृता फडणवीस को ब्लैकमेल करने वाली डिजाइनर को कोर्ट ने 21 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजा
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने पूर्व बजट में प्रदेश के बांधों और नहरों के जीर्णोद्धार के लिए 800 करोड़ रुपये मूल्य के विभिन्न कार्यों की घोषणा की थी. इस घोषणा के अंतर्गत 611.95 करोड़ रुपये के कार्यों की स्वीकृतियां जारी की जा चुकी हैं.