खेल की खबरें | मैच की पूर्वसंध्या पर गंभीर और रोहित ने एक दूसरे को अनदेखा किया

सिडनी, दो जनवरी लगभग डेढ़ बजे का समय था जब भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर जसप्रीत बुमराह को साथ लेकर सिडनी क्रिकेट मैदान की बीच वाली पिच की ओर बढ़े।

कुछ मिनट बाद रोहित शर्मा भी दोनों के साथ शामिल हो गए, लेकिन मुख्य कोच और कप्तान के बीच शायद ही कोई संवाद हुआ।

इसके बाद गंभीर मैच पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पहुंचे (आमतौर पर कप्तान इसमें शामिल होते हैं)। फिर उन्होंने पांचवें और अंतिम टेस्ट के लिए अंतिम एकादश में रोहित की जगह की पुष्टि नहीं करने का फैसला किया।

टीम में रोहित की जगह के बारे में पूछे जाने पर गंभीर ने कहा, ‘‘हम पिच को देखेंगे और फैसला करेंगे। ’’

मीडिया से बातचीत में गंभीर ने ‘ईमानदारी’ और ‘भारतीय ड्रेसिंग रूम में बने रहने के लिए प्रदर्शन ही एकमात्र मानदंड’ के बारे में भी बात की। इसके तुरंत बाद उन्हें बुमराह के साथ बातचीत करते हुए देखा गया जबकि उनके बाकी साथी ‘वार्म अप’ कर रहे थे।

एससीजी में मौजूद सभी लोगों ने कप्तान और मुख्य कोच के बीच संवादहीनता को देखा।

इस बात के पहले से ही पर्याप्त संकेत थे लेकिन बृहस्पतिवार को हुए घटनाक्रम ने इस बात को पूरी तरह स्पष्ट कर दिया। रोहित शर्मा अब कोच गौतम गंभीर की योजनाओं में शामिल नहीं हैं क्योंकि इस सत्र में खेले गए आठ टेस्ट मैचों में वह सिर्फ एक अर्धशतक बना सके हैं।

पता चला है कि एक प्रभावशाली क्रिकेट प्रशासक ने मुख्य कोच से बात की है कि क्या कप्तान को सिडनी मैच खेलकर टेस्ट से संन्यास लेने की अनुमति दी जा सकती है। लेकिन मुख्य कोच की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि भारत सिडनी में जीत हासिल करे और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में बना रहे।

हालात ऐसे हैं कि रोहित मुख्य कोच गंभीर की तुलना में उप कप्तान बुमराह और चयनकर्ताओं के अध्यक्ष अजीत अगरकर से बात करने में अधिक सहज थे।

‘फुट वॉली’ के एक मैच के बाद अलग तरह के ‘स्लिप कॉर्डन’ के साथ सब समझ में आ गया जिसमें रोहित और ऋषभ पंत एक तरफ थे और विराट कोहली दूसरी तरफ।

जब ऋषभ पंत ‘स्लिप कैचिंग’ सत्र के लिए स्टंप के पीछे थे तब बल्लेबाज के पीछे विराट कोहली पहली स्लिप में, केएल राहुल दूसरी स्लिप में, नीतिश कुमार रेड्डी तीसरी स्लिप में और यशस्वी जायसवाल गली में थे।

रोहित कहीं नहीं थे क्योंकि वह मुख्य स्टेडियम के बाहर अभ्यास क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे।

रविंद्र जडेजा ‘थ्रोडाउन’ पर अभ्यास करने वाले पहले खिलाड़ी थे। फिर कोहली ने प्रवेश किया, उनके बाद जायसवाल और केएल राहुल आए। जब ​​शुभमन गिल नेट में शामिल हुए तो शीर्ष क्रम का बल्लेबाजी क्रम कुछ हद तक स्पष्ट हो गया। इस दौरान रोहित और बुमराह ड्रेसिंग रूम में थे।

जो सबसे अधिक परेशान दिख रहा था, वह कोहली थे जिन्हें सत्र के दौरान दो बार बोल्ड किया गया था, एक बार नितीश रेड्डी ने और दूसरी बार वाशिंगटन सुंदर ने।

थ्रोडाउन नेट में से एक में पंत भी दयानंद गरानी का सामना कर रहे थे।

पंत अपना नेट सत्र खत्म करने के बाद ड्रेसिंग रूम में वापस जाने के बजाय लकड़ी की छोटी गैलरी की ओर चले गए जहां गिल के माता-पिता बैठे थे। उन्हें गैलरी क्षेत्र में जाने की अनुमति थी।

लगभग 35 मिनट के बाद रोहित बिना अपनी किट के चुपचाप नेट क्षेत्र में चले गए।

गंभीर नेट से दूर खड़े होकर बुमराह से बात कर रहे थे। वहीं रोहित दूसरी तरफ वीडियो विश्लेषक हरि प्रसाद से बात कर रहे थे। वे अपनी-अपनी जगह पर खड़े थे और दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई।

शीर्ष क्रम के अपना सत्र समाप्त करने के बाद रोहित ने नेट्स में प्रवेश किया। यह बिलकुल एमसीजी की तरह था जहां वह सभी शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के अभ्यास समाप्त करने के बाद बल्लेबाजी करने आए थे जबकि उन्हें पारी की शुरुआत करनी थी।

रोहित अपने 30 मिनट के अभ्यास के दौरान कैसे दिखे? टी दिलीप के थ्रोडाउन की लाइन चूकने के बाद वह बोल्ड हो गए। गेंदों पर उनकी प्रतिक्रिया देर से हुई।

सबसे दिलचस्प पहलू यह था कि जब रोहित बल्लेबाजी कर रहे थे तो बगल के नेट पर रेड्डी बेहतरीन लय में दिख रहे थे क्योंकि उन्होंने अधिकांश गेंदों को अच्छी तरह खेला।

रोहित की ट्रेनिंग खत्म होने के बाद वह बुमराह और अगरकर के साथ नेट्स से चले गए, लेकिन गंभीर वहीं रुके रहे।

पता चला है कि ट्रेनिंग के बाद हुई इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि रोहित शर्मा को आराम दिया जाएगा जिसका भारतीय क्रिकेट की में मतलब ‘सूचना देकर बाहर कर दिया जाना’ है।

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