पेरिस, छह मार्च भारत की अनुभवी खिलाड़ी पीवी सिंधू बुधवार को यहां फ्रेंच ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल के पहले दौर में कनाडा की मिशेल ली की मुश्किल चुनौती को खत्म कर दूसरे दौर में पहुंचने में सफल रही।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू को विश्व रैंकिंग में पूर्व में आठवें पायदान पर रही ली ने तीन गेम तक चले मुकाबले में कड़ी टक्कर दी। सिंधू हालांकि एक घंटे और 20 मिनट तक चले मैच के पहले गेम में पिछड़ने के बाद 20-22, 22-20, 21-19 से जीत दर्ज करने में सफल रही।
पुरुष एकल में किदांबी श्रीकांत ने चीनी ताइपे के चोउ टियेन चेन पर शानदार जीत दर्ज की लेकिन एचएस प्रणय पहले दौर में ही बाहर हो गये।
पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे दुनिया के 24वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत की चेन के खिलाफ सात मैचों में यह तीसरी जीत है। उन्होंने 66 मिनट तक चले मुकाबले को 21-15, 20-22, 21-8 से अपने नाम किया।
साल 2021 विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता श्रीकांत का सामना दूसरे दौर में चीन के विश्व रैंकिंग में 17वें स्थान पर काबिज खिलाड़ी लू गुआंग जू से होगा। गुआंग ने भारत के एचएस प्रणय के अभियान को 21-17, 21-17 से हराकर खत्म किया।
घुटने की चोट से उबर कर अपना दूसरा टूर्नामेंट खेल रही सिंधू की ली पर यह 13 मैचों में 10वीं जीत है। सिंधू पिछले साल अक्टूबर में इसी स्पर्धा में खेलते हुए चोटिल हुई थी।
इस मुकाबले के ज्यादातर समय सिंधू उस लय में नहीं दिखी जिसके लिए उन्हें जाना जाता है। पहले गेम को गंवाने के बाद सिंधू दूसरे गेम में 13-17 से पिछड़ रही थी लेकिन इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की और इस गेम को जीतने के बाद उनका आत्मविश्वास भी बढ़ गया। उन्होंने इस आत्मविश्वास को तीसरे गेम में भी जारी रखा।
सिंधू को यहां की परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में थोड़ा समय लगा लेकिन कनाड़ा की खिलाड़ी के खेल में शुरू से पैनापन दिखा। ली ने 11-7 की बढ़त हासिल की लेकिन सिंधू ने वापसी कर इसे 14-14 किया। यह स्कोर 19-19 में बदला। सिंधू शटल को नेट पर खेल गयी। ली ने एक बार फिर गेम प्वाइंट हासिल किया और सिंधू गेंद को कोर्ट से बाहर खेल गयी।
ली ने दूसरे गेम में भी 7-4 की बढ़त के साथ शुरुआत की। वह इसे 11-6 करने में सफल रही। सिंधू वापसी की कोशिश कर रही थी लेकिन ली शानदार रिटर्न के दम पर 17-13 से आगे हो गयी। सिंधू ने इसके बाद कुछ अंक जुटाये जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और स्कोर को सटीक स्मैश के साथ स्कोर को 18-18 किया। उन्होंने इसके बाद गेम प्वाइंट हासिल किया लेकिन ली ने शानदार क्रॉस लगाकर उसका बचाव किया। ली सिंधू की स्मैश को कोर्ट से बाहर खेल बैठी जिससे मुकाबला निर्णायक गेम में खिंच गया।
निर्णायक गेम में सिंधू ने बेहतर शुरुआत कर 11-7 की बढ़त बनायी लेकिन ली ने उन्हें टक्कर देना जारी रखा। कनाडा की खिलाड़ी 18-17 की बढ़त लेने में कामयाब रही लेकिन सिंधू ने अगले पांच में से चार अंक जुटाकर मैच जीत लिया।
श्रीकांत ने मुकाबले की शुरुआत में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी की। उन्होंने 5-7 से पिछड़ने के बाद अगले 17 अंकों में से 14 अंक जीतकर पहला गेम अपने नाम किया।
चेन ने दूसरे गेम में पलटवार किया और कड़ी मशक्कत के बाद मुकाबले को तीसरे और निर्णायक गेम तक खींचने में सफल रहे।
श्रीकांत ने तीसरे गेम में अपनी लय वापस हासिल की और 7-5 से बढ़त बनाने के बाद लगातार नौ अंक लेकर चेन को काफी पीछे छोड़ दिया। ताइवान के खिलाड़ी ने इसके बाद तीन अंक जुटाए लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने शेष पांच अंक लेकर मुकाबला अपने नाम किया।
इसके बगल वाले कोर्ट पर गुआंग जू के खिलाफ प्रणय के खेल में निरंतरता की कमी दिखी। वह शुरुआती गेम में बढ़त बनाने के बाद पिछड़ गये। प्रणय ने एक बार फिर से वापसी करते हुए 11-8 की बढ़त बनायी। दोनों खिलाड़ी के बीच इसके बाद रोचक मुकाबला चला जिसमें गुआंग जू ने स्कोर को 16-16 से बराबर किया और फिर प्रणय के लचर खेल का फायदा उठाते हुए पहला गेम जीत लिया।
प्रणय दूसरे गेम में भी पिछड़ रहे थे। शुरुआत में 0-3 से पिछड़ने के बाद वह स्कोर को 6-6 करने में सफल रहे। उन्होंने इस दौरान गुआंग जू के खिलाफ कुछ शानदार स्मैश लगाये। कई बार हालांकि उनके शॉट कोर्ट से बाहर चले गये जिससे चीन के खिलाड़ी ने 11-7 की बढ़त बना ली।
प्रणय ने एक बार फिर शानदार जज्बा दिखाते स्कोर को बराबर किया लेकिन गुआंग जू ने उन्हें बढ़त लेने का मौका नहीं दिया। गुआंग जू 19-14 के स्कोर के साथ जीत के करीब थे लेकिन प्रणय ने लगातार तीन अंक जुटा कर मुकाबले को रोचक बनाया। गुआंग जू ने करारा स्मैश लगाया जो प्रणय के सिर पर लगा। इस अंक के साथ ही उन्होंने मुकाबला अपने नाम कर लिया।
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