नयी दिल्ली, 14 नवंबर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर के पहले पखवाड़े में भारतीय बाजारों से 949 करोड़ रुपये की निकासी की है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने एक से 12 नवंबर के दौरान शेयरों से 4,694 करोड़ रुपये निकाले। वहीं इस दौरान उन्होंने ऋण या बांड बाजार में 3,745 करोड़ रुपये डाले। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 949 करोड़ रुपये रही।
अक्टूबर में एफपीआई ने 12,437 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक, प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘एफपीआई भारतीय शेयरों के ऊंचे मूल्यांकन से चिंतित हैं। शेयर बाजार इस समय अपने सर्वकालिक उच्चस्तर के पास हैं।’’
उन्होंने कहा कि ऊंचे मूल्यांकन की वजह से एफपीआई मुनाफा काट रहे हैं। पिछले कुछ सप्ताह के प्रवाह के रुख से यह संकेत मिलता है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीतिक दबाव तथा कुछ विकसित अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती भी चिंता का विषय है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि एफपीआई मूल्यांकन की चिंता की वजह से बाहर निकल रहे हैं। यह महत्वपूर्ण बात यह है कि पुराने परिदृश्य में एफपीआई ‘स्मार्ट मनी’ के साथ बाजार की दिशा तय करते थे। अभी यह रुख बदल गया है। हम अनिश्चितता के दौर में हैं।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)