इंदौर, 22 सितंबर : आतंकवाद के कथित वित्त पोषण के खिलाफ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की अगुवाई में छेड़े गए देशव्यापी अभियान के तहत मध्यप्रदेश से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार कार्यकर्ताओं को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विषय गंभीर है और इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस का सहयोग भी लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की अगुवाई वाली मुहिम के तहत देश के 11 राज्यों से पीएफआई के 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया जिनमें मध्यप्रदेश के चार लोग शामिल हैं. इस कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर मध्यप्रदेश के गृह मंत्री मिश्रा ने इंदौर में संवाददाताओं को बताया कि एनआईए ने इस कार्रवाई में राज्य पुलिस का सहयोग भी लिया.
गृह मंत्री ने हालांकि गोपनीयता का हवाला देते हुए कहा,‘‘एनआईए देश भर में इस मुहिम की अगुवाई कर रही है. निश्चित रूप से राज्य में इस मुहिम के बारे में मेरे मंत्रालय और पुलिस के पास पूरी जानकारी है. लेकिन विषय गंभीर है और हमें इसकी मर्यादा रखनी चाहिए.’’ मिश्रा ने कहा कि देश में पीएफआई की गतिविधियों को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर विचार चल रहा है. इस बीच, इंदौर के जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि एनआईए ने अपनी मुहिम में स्थानीय स्तर पर मदद के लिए बुधवार रात कुछ प्रशासनिक अधिकारी मांगे थे और बृहस्पतिवार की सुबह उन्हें पता चला कि शहर के जवाहर मार्ग पर पीएफआई के एक संस्थान पर छापा मारा गया है. सिंह के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के चूड़ी विक्रेता तस्लीम अली (25) की इंदौर में 22 अगस्त 2021 को भीड़ में शामिल लोगों द्वारा पिटाई के बाद कुछ असामाजिक तत्वों ने कथित तौर पर सांप्रदायिक और देशविरोधी बातें करके शहर के युवाओं को भड़काने का प्रयास किया था. यह भी पढ़ें : Bihar Dengue Cases: बिहार में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी, होगी एडीज मच्छर के लार्वा की जांच
जिलाधिकारी ने बताया कि इस घटना के बाद से प्रशासन तथा पुलिस की पैनी निगाह पीएफआई की गतिविधियों पर बनी हुई है तथा इस सिलसिले में समय-समय पर उचित कानूनी कदम भी उठाए गए हैं. इससे पहले, इंदौर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एनआईए की अगुवाई वाले अभियान के तहत पीएफआई के तीन नेताओं को शहर के सदर बाजार क्षेत्र और अन्य इलाकों से बुधवार और बृहस्पतिवार की दरम्यानी रात हिरासत में लिया गया. अधिकारियों के मुताबिक, आतंकवादियों को कथित तौर पर धन मुहैया कराने, उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करने और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ने के लिए बरगलाने में शामिल व्यक्तियों के परिसरों पर एनआईए की अगुवाई में देश के अलग-अलग राज्यों में छापे मारे गए हैं.