देश की खबरें | एक ही संपत्ति को कई बार गिरवी रख 20 करोड़ रु की ठगी करने के मामले में चार गिरफ्तार
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. दिल्ली पुलिस ने जाली दस्तावेजों के जरिए एक ही संपत्ति को कई बैंकों में गिरवी रखकर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने के आरोप में एक ही परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर दिल्ली पुलिस ने जाली दस्तावेजों के जरिए एक ही संपत्ति को कई बैंकों में गिरवी रखकर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने के आरोप में एक ही परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने शनिवार को बताया कि ऐसे एक मामले में आरोपी ने एक संपत्ति से धोखाधड़ी से कर्ज लिया, जिसे दिल्ली मेट्रो रेल निगम पहले ही अधिग्रहण कर चुकी थी।
उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओडब्ल्यू) ने 2016 के बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में एक साथ कई स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद अश्विनी अरोड़ा और विजय अरोड़ा तथा उनकी पत्नियों को दिल्ली और गाजियाबाद से अलग अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया है। वे चार साल से फरार थे।
पुलिस ने बताया कि पश्चिम दिल्ली के नारायणा इलाके में स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के जोनल प्रबंधक से 2016 में एक शिकायत मिली जिसके बाद यह मामला प्रकाश में आया।
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शिकायत में बैंक ने आरोप लगाया कि एम/एस रिया एंटरप्राइज ने ओडीपी (ओवरड्राफ्ट एंगेस्ट प्रोपर्टी) सीमा 70 लाख रुपये तक की हासिल की।
यह सीमा शाहदरा में जीटी रोड पर एक संपत्ति को गिरवी रखने के आधार पर दी गई जो अश्विनी कुमार के नाम पर थी। वह कर्ज में गारंटर थे। ये ओडीपी सीमा करोल बाग स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक ने दी थी।
पुलिस ने बताया कि इसी तरह से 2011 से आरोपी अपनी कंपनियों के जरिए संपत्तियों को गिरवी रखकर कई लाख रुपये की ओडीपी राशि प्राप्त कर चुके थे।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बैंक ने आरोप लगाया था कि ये संपत्तियां अन्य बैंकों में भी गिरवी रखी गई हैं।
उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर एक मामला दर्ज किया गया और छानबीन शुरू की गई।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (ईओडब्ल्यू) डॉ ओपी मिश्रा ने बताया की तफ्तीश में पता चला कि आरोपियों ने संपत्ति के कागजात की जाली श्रृंखला तैयार कराई थी जिसके आधार पर वे रजिस्ट्रार कार्यालय में धोखे से संपत्ति का पंजीकरण या तो अपने नाम पर या किसी अन्य के नाम पर कराने में कामयाब रहे।
उन्होंने बताया कि इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वे एक ही संपत्ति पर कई बैंक से कर्ज ले पाए। इसी तरह से उन्होंने शिकायतकर्ता बैंक से भी कर्ज ले लिया था।
मिश्रा ने बताया कि आरोपियों ने कम से कम पांच बैंकों के साथ 20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
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