देश की खबरें | भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी जदयू में शामिल

पटना, 9 जुलाई बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र माने जाने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी मनीष कुमार वर्मा मंगलवार को जदयू में शामिल हो गए। वर्मा ने मुख्यमंत्री के साथ रहने के लिए सिविल सेवा में अपना बेहतर करियर कुछ साल पहले छोड़ दिया था ।

तीन साल पहले वीआरएस लेने वाले वर्ष 2000 बैच के आईएएस अधिकारी रहे वर्मा का पटना स्थित जदयू मुख्यालय में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बड़े धूमधाम से स्वागत किया गया।

पूर्व नौकरशाह का पार्टी में स्वागत करते हुए झा ने कहा, "हमारी पार्टी बिहार से बाहर अपने आधार का विस्तार करने के बारे में गंभीरता से सोच रही है। हमें यकीन है कि वर्मा का समृद्ध प्रशासनिक अनुभव जदयू के लिए बहुत काम आएगा।"

इस अवसर पर कुमार के गृह जिले नालंदा से ताल्लुक रखने वाले वर्मा ने अपने संरक्षक की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिहार की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री "असाधारण व्यक्तित्व", "सच्चे समाजवाद" के प्रतीक और वादों को पूरा करने के लिए जाने जाते हैं, जो "राजनेताओं में दुर्लभ है"।

आईआईटी दिल्ली के छात्र रहे वर्मा को आईएएस में शामिल होने पर ओडिशा कैडर सौंपा गया था और वहां 12 साल तक सेवा देने के बाद, उन्होंने पिता के खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अपने गृह राज्य में प्रतिनियुक्ति की मांग की थी।

वर्मा ने कहा, "मैं नीतीश कुमार जी का आभारी हूं कि मेरी प्रतिनियुक्ति पर उन्होंने मुझे महत्वपूर्ण कार्यभार दिया। मैंने पटना के जिलाधिकारी के रूप में कार्य किया और राज्य की बिजली कंपनियों का नेतृत्व किया। 2021 में मेरी प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त हो गई और मुझे अपने कैडर में वापस जाना पड़ा। लेकिन मैंने बिहार में ही रहकर अपनी मातृभूमि की सेवा करना चुना।"

हालांकि, पार्टी ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है की वर्मा को जदयू के भीतर क्या जिम्मेदारी सौंप जाएगी ।

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