देश की खबरें | पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन, मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्धांजलि दी

(तस्वीरों के साथ)

प्रयागराज, आठ जनवरी पश्चिम बंगाल और बिहार के पूर्व राज्यपाल एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता त्रिपाठी केशरी नाथ त्रिपाठी का रविवार सुबह प्रयागराज में उनके आवास पर निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केशरी नाथ त्रिपाठी के आवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। योगी प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित केशरी नाथ त्रिपाठी के आवास पर करीब आधा घंटे रुके और उनके बेटे एवं अपर महाधिवक्ता नीरज त्रिपाठी तथा बहू कविता यादव त्रिपाठी से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।

योगी ने मीडिया से कहा, “केशरी नाथ त्रिपाठी जी भाजपा के वरिष्ठ नेता थे। वह एक विचारवान वरिष्ठ कार्यकर्ता थे। पार्टी ने उन्हें जो भी दायित्व सौंपा, उन्होंने सफलतापूर्वक उसका निर्वहन किया।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “पंडित त्रिपाठी एक विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध थे। उन्होंने एक कुशल विधि विद्, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यपाल के तौर पर सभी दायित्वों का कुशल निर्वहन किया। आज सुबह वह अपने भौतिक देह को छोड़कर परम धाम की यात्रा पर चले गए। इस अवसर पर मैं प्रदेश सरकार और जनता की तरफ से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यहां आया हूं।”

केशरी नाथ त्रिपाठी की बहू कविता यादव त्रिपाठी ने बताया कि तीन बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके केशरी नाथ त्रिपाठी हाल ही में घर में गिर गए थे, जिससे उनकी कंधे की हड्डी टूट गई थी।

हालांकि, कविता ने कहा कि तीन दिन पहले वह अस्पताल से घर आ गए थे और रविवार सुबह पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूती प्रदान करने वाला एक प्रमुख नेता बताया।

मोदी ने ट्वीट किया, “श्री केशरी नाथ त्रिपाठी जी अपनी सेवा और बुद्धिमता के लिए जाने जाते थे। वह संवैधानिक मामलों में दक्ष थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई और राज्य की प्रगति के लिए कठिन मेहनत की। उनके निधन से काफी पीड़ा हुई। उनके परिजनों और प्रशंसकों को सांत्वना। ओम शांति।”

केशरी नाथ त्रिपाठी को श्रद्धांजलि अर्पित करने उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सांसद रीता बहुगुणा जोशी और कई विधायक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता भी उनके आवास पर पहुंचे।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें ‘प्रयागराज का गौरव’ और ‘हमारा संरक्षक’ बताया।

वहीं, उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने ट्वीट किया, “भाजपा के वरिष्ठ नेता, पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष आदरणीय केशरी नाथ त्रिपाठी जी के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ।”

इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में 10 नवंबर 1934 को जन्मे केशरी नाथ त्रिपाठी जुलाई 2014 से जुलाई 2019 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे। इससे पहले, उनके पास कुछ समय तक बिहार, मेघालय और मिजोरम के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी था।

वह छह बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे और जनता पार्टी के कार्यकाल में 1977 से 1979 तक संस्थागत वित्त एवं बिक्री कर के कैबिनेट मंत्री थे।

केशरी नाथ त्रिपाठी कवि और लेखक भी थे। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता के तौर पर वकालत की थी और कुछ समय के लिए उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष पद भी संभाला था।

केशरी नाथ त्रिपाठी का रविवार शाम को दारागंज घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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